PM Kisan 15th Installment: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojna) की 15वीं किस्त जारी कर दी। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों के कारण जानबूझकर किस्त में देरी की गई और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। PM Kisan
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि मोदी ने सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और राष्ट्रीय गौरव, वीरता और भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने में आदिवासियों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए जनजातीय गौरव दिवस के दौरान यह किस्त जारी की। भाजपा की पसंदीदा योजना की इस किस्त में आठ करोड़ से अधिक किसानों को ₹18,000 करोड़ – ₹2000 प्रत्येक – से अधिक की राशि प्रदान की गई। PM Kisan
15वीं किस्त जारी करने की तारीख में जानबूझकर देरी की गई : जयराम रमेश
इस संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री यह तर्क दे सकते हैं कि यह एक चालू योजना थी लेकिन इसने निश्चित रूप से आदर्श आचार संहिता की भावना का उल्लंघन किया है। उन्होंने बताया कि 2022, 2021 और 2020 में समान तिमाहियों की किस्तें क्रमशः 17 अक्टूबर, 9 अगस्त और 1 अगस्त को जारी की गईं। उन्होंने दावा किया कि चुनावों के साथ मेल खाने के लिए 15वीं किस्त जारी करने की तारीख में जानबूझकर देरी की गई।
केंद्र के मुताबिक, इस साल जुलाई तक मध्य प्रदेश से 83,70,263 लाभार्थी, राजस्थान से 63,98,381 किसान, छत्तीसगढ़ से 21,70,541 किसान, तेलंगाना से 31,15,499 लाभार्थी और 92,520 किसान इस योजना के तहत पंजीकृत थे। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चूंकि यह एक चालू योजना है, इसलिए चुनावी राज्यों में किसानों के बीच पीएम किसान निधि वितरित करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। PM Kisan
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