Diwali 2023: पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि आज का दिन राम जी का दिन है ना कि रावण जी का, उनको भी हमने जी से पुकार लिया, क्योंकि जी से नहीं पुकारेंगे तो, फकीर संत के लिए एक वैसे भी ठीक नहीं बैठता, क्योंकि अगर कोई बुराई से जुड़ा है, आज का कोई बुरा नहीं मानना, उनको फॉलो कर रहा है, सीधी सी बात है ज्यादा तो उनको फॉलो कर रहे हैं, राम जी को फॉलो करने वाला तो कोई-कोई है। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि अधिकतर आज दुनिया में लोग रावण के ज्यादा वशिंज लग रहे हैं।
जबकि हैं हम उस राम के वंशिज। ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा रब्ब के वंशिज, क्योंकि आज के दिन हमने अपनी आंखों से देखा है, लोग नशा करते हैं, पार्टियां देते हैं, जिसमें तरह-तरह के नशे चलते हैं, जुआं खेला जाता है, इसे कहते हैं एन्जॉयमेंट, बड़ा दर्द होता है, ये दिन मनाया गया था, कि आज श्रीराम जी बुराई पर जीत हासिल करके, बुराइयों का खात्मा करके, अयोध्या नगरी में पधारे थे। और लोगों ने घर-घर दिये जलाए थे, तो आप सबसे हाथ जोड़के ये ही प्रार्थना है कि आप अपने अंदर की बुराइयों को आज के दिन जरूर छोड़ें। Diwali 2023
ज्यादा नहीं तो कम से कम दो चार, एकांत में बैठ जाइये, 5-7 मिनट अपने बारे में सोचिए, अपने लाइफ के बारे में सोचिए, जो गुजर चुकी है, यकीन मानों, आपको जरूर पता चलेगा, कि हां मेरे में ये गलत आदत हैं, मेरे में ये सही आदत है, मेरे में ये अवगुण है, गुण तो आप देखते ही रहते हो और गाते रहते हो खुद के, लेकिन अवगुण जो छुपे हुए हैं आपके अंदर, किसी-किसी को पता होगा या तो आपके मां-बाप, या परिवार जन, या यार-दोस्त,पर पूर्णतय: तो आपको पता है कि आपके अंदर कौन सी बैड हैबिटस है, कौन सी बुरी आदते हैं, तो आज जरूर आपसे गुजारिस है, प्रार्थना है, कि आप अपनी एक या दो तीन बुरी आदतों को छोड़ने का प्रण करें तो ये होगी आपके लिए सच्ची दीपावली। वहीं पूज्य गुरु जी के इस आह्वान पर लाखों की तादाद में साध-संगत ने हाथ खड़े करके प्रण लिया, कि आज के दिन हम अपनी बुराई छोड़ेंगे।