सच कहूँ/सुनील वर्मा सरसा। Sirsa News: शाह सतनाम जी मार्ग स्थित रहमत कॉलोनी निवासी डेरा श्रद्धालु जयमल इन्सां के 14 महीने के बच्चे मनमोल को बीते दिनों सांप ने काट लिया, मनमोल को बचाने के लिए परिवार ने हर संभव प्रयास किए, लेकिन आखिर में वीरवार को उसकी मौत हो गई। परिवार ने इस दु:ख की घड़ी में खुद को संभालते हुए पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए गुरमुखता की मिसाल पेश करते हुए डेरा सच्चा सौदा की ‘अमर सेवा’ मुहिम के तहत बच्चे की पार्थिव देह दान कर मिसाल पेश की। मनमोल की मृत देह को एसकेएस हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर चाहू मोहन मथुरा, उत्तर प्रदेश को दान की गई। डेरा श्रद्धालु परिवार के इस कार्य की चहुंओर सराहना हो रही है।
दरअसल जयमल पुत्र सुबे सिंह हिसार जिले का निवासी है और वर्तमान में रहमत कॉलोनी में रह रहा है। वीरवार को जयमल के सबसे छोटे बेटे मनमोल को सांप ने डस लिया। जिसके पश्चात उसकी मृत्यु हो गई। मनमोल के मरणोपरांत परिजनों ने उसकी देह दान किया। इससे पूर्व सचखंडवासी मनमोल के घर से ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का इलाही नारा व अरदास का शब्द बोलकर मृत देह को फूलों से सजी एंबुलेंस में रखा गया। Sirsa News
तत्पश्चात उपस्थित परिवारजनों, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार बहन-भाई व अन्य साध-संगत एंबुलेंस के साथ-साथ शाह मस्तान, शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा के मुख्य द्वार तक पहुंचे। इस दौरान साध-संगत ने ‘देहदानी मनमोल अमर रहे’, अमर रहे’ के गगनभेदी नारे लगाए। बाद में यहां से एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया। इस मौके पर काफी संख्या में साध-संगत, उनके परिजन, रिश्तेदार मौजूद रहे। बता दें कि मनमोल तीन बहन-भाईयों में सबसे छोटा था।
गांव शाह सतनाम जी पुरा के सरपंच चरणजीत इन्सां ने देहदानी मनमोल के परिजनों की सराहना करते हुए कहा कि मात्र 14 महीने के बच्चे का देहदान कर परिवार ने सच्ची गुरमुखता का परिचय दिया है। परिजनों के इस मानवतावादी सोच की जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है।