नानी के सहयोग से एंबुलेंस चालक ने पहुंचाया अस्पताल, लेकिन स्टाफ नर्स लेने के लिए नहीं पहुंची बाहर | Abohar News
अबोहर (सच कहूँ न्यूज)। अबोहर में नरमा चुगाई करके घर लौट रही एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) की बुधवार को बस में ही डिलीवरी हो गई। महिला के पति व नानी सास ने उसे संभालते हुए नर सेवा नारायण सेवा समिति के सदस्य के सहयोग से जच्चा-बच्चा को सिविल अस्पताल पहुंचाया। लेकिन एक बार फिर से सिविल अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही देखने को मिली। लहू से लथपथ जच्चा-बच्चा एंबुलेंस में पड़ा होने के बावजूद प्रसुता वार्ड का स्टाफ उन्हें अंदर तक ले जाने के लिए नहीं उठे। जिसके बाद संस्था के सेवादार को खुद ही स्ट्रेक्चर धकेलकर जच्चा-बच्चा को प्रसुता वार्ड में पहुंचाया गया। जहां दोनों स्वस्थ हैं। Abohar News
जानकारी के अनुसार गांव खुब्बन निवासी गुरदित्त सिंह, उसकी पत्नी अमरजीत कौर, उसकी नानी कम्मो बाई तथा 4 साल के बच्चे सहित पदमपुर में नरमा चुगने गए हुए थे। अमरजीत को 9वां माह होने के चलते आज जब वह वहां से अबोहर के लिए आने लगे तो उन्होंंने वहीं पर अमरजीत का चैकअप करवाया तो डॉक्टरों ने कहा कि 15 दिनों तक डिलवरी होगी जिसके बाद वे बस में सवार हो गए।
लेकिन पदमपुर से अबोहर आते-आते सड़क की खस्ताहाल के कारण महिला को बस में ही प्रसर्व के दर्द होने लगा और उसके ना चाहते हुए भी जब बस अबोहर से करीब 4-5 किलोमीटर दूरी पर थी तो बस में ही उसकी डिलवरी हो गई और एक नवजात ने जन्म लिया। Abohar News
इधर महिला के पति ने किसी तरह नर सेवा नरायण सेवा समिति को सूचित किया। प्रसुता के सड़क पर होने की सूचना पाकर सदस्य मोनू ग्रोवर तुरंत समिति प्रधान राजू चराया के आदेशों पर मौके पर पहुंचा और उसे अस्पताल लाया गया। लेकिन यहां भी दुर्भाग्वश अस्पताल के प्रसुता वार्ड में 2 नर्सिग व एक अन्य स्टाफ मौजूद था, जिन्होंने सूचना मिलने पर भी बाहर आकर प्रसुता को नहीं संभाला। जिस पर महिला की नानी सास व एंम्बूलेंस वाले की मदद से उसे नग्रावस्था में ही उतारा गया और स्ट्रेचर पर भीतर लेकर गए। जहां प्रसूता का इलाज किया गया, जहां पर जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। Abohar News
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