पीएसी एवं बीडीएएफ कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा करते हुए लोगों को किया जागरुक
लुधियाना (सच कहूँ/रघबीर सिंह)। अतिरिक्त आवश्यकताएं सामने आने के कारण बुड्ढा दरिया (Budda Dariya) के पुनर्जीवन परियोजना की लागत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। लेकिन अभी तक प्रभावी परिणाम देखने को नहीं मिले हैं। ग्राफ अभी भी गिरावट पर है। असहनीय दुर्गंध वाला काला पानी बुड्ढे दरिया की की शायद किस्मत बन रह गया है। स्वच्छ और हरित धारा का सपना विश्वास से कोसों दूर है। Ludhiana News
प्रदूषण फैलाने वालों का लगातार नकारात्मक रवैया लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है। कुछ लोगों का अवैध और अनैतिक रुख जनता को नुकसान पहुंचा रहा है। जल निकायों और पर्यावरण को बचाने के लिए किए जा रहे भारी निवेष औद्योगिक प्रदूषण से बचाव की किसी योजना के अभाव में बर्बाद हो रहे हैं।
पीएसी एवं बीडीएएफ कार्यकर्ताओं की टीम हर रविवार को बुड्ढे दरिया को प्रदूषण मुक्त करने के लिए स्थानीय लोगों और राहगीरों को लगातार जागरुक करते आ रहे हैं। आज भी प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट आरएस अरोड़ा की अगुवाई में एडवोकेट योगेश खन्ना, महिंदर सिंह सेखों, गुरप्रीत सिंह पलाहा, दान सिंह ओसाहां, हरपाल सिंह डुगरी, डॉ. वीपी मिश्रा, अमीन लखनपाल, मनजिंदर सिंह, गुरबचन सिंह बत्रा, कर्नल सीएम लखनपाल और कई स्थानीय लोगों की टीम ने बुड्ढे दरिया के साथ साथ पदयात्रा करते हुए जागरुक लोगों को किया। Ludhiana News
टीम के सदस्यों ने अमृत कांटा के पास वर्धमान रोड और जेल रोड की क्रॉसिंग के पास एक पंपिंग स्टेशन के नव निर्माण स्थल का दौरा किया। इस परियोजना के तहत चंडीगढ़ रोड पर वर्षा जल की निकासी के लिए एक पंपिंग स्टेशन लगाया जा रहा है। प्रोजेक्ट के निर्माण में काफी देरी हो रही है।
इसके बाद, टीम के सदस्य अमृत कांटा के सामने बुड्ढा दरिया पर बने पुल पर राहगीरों के साथ बातचीत की और अपने गले में प्लेकार्ड लटकाए हुए पोस्टर वितरित किए, जिसमें बुड्ढा दरिया के प्रदूषण और दुर्गन्ध से प्रभावित आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन के नर्कमय वातावरण के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया।
आरएस अरोड़ा ने खतरनाक प्रदूषण के कारण नर्कमय जीवन भोगने के लिए मजबूर लाखों लोगों को स्वच्छ जीवन प्रदान करने के लिए राज्य सरकार से प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योग समाज के रक्षक होने के बजाय विनाशक के रुप में काम कर रहे हैं। समाज का विकास सभी के सकारात्मक योगदान से स्वच्छ, हरित और स्वस्थ पर्यावरणीय स्थिति में ही संभव है। उन्होंने प्रतिबंधित उत्पाद और बेहद हानिकारक एकल उपयोग प्लास्टिक के निरंतर उपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सभी के कल्याण के लिए ऐसे उत्पादों का उपयोग बंद करना चाहिए। Ludhiana News
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