Hair Care Tips: आमतौर पर आपने कई पुरुषों को गंजा देखा होगा, महिलाओं में हेयर फॉल की समस्या कम होती है, लेकिन गंजेपन का शिकार एक दो महिला ही होती है। लेकिन क्या आपने सोचा है कि गंजेपन की समस्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज्यादा क्यों होती है।
दरअसल पुरुषों में गंजापन जिसे मेल पैटर्न बाल्डनेस या एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया भी कहा जाता है। इस कंडीशन मैं पुरुषों में धीरे-धीरे बाल झड़ने लगते हैं। यह बालों के झड़ने का सबसे आम कारण है, और जेनेटिक एवं हार्मोन्स डिसऑर्डर्स के कारण होता है। पुरुषों के गंजेपन का प्राइमरी कारण जेनेटिक ट्रेंड और हार्मोन खासकर से डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन के प्रभाव का कॉम्बिनेशन माना जाता है। जेनेटिक ट्रेंड वाले व्यक्तियों में डीएचटी बालों के रोमों को छोटा कर सकता है, जिससे बाल कमजोर हो जाते हैं और बाल पतले और झड़ने लगते हैं, हालांकि आनुवांशिकी एक बड़ी भूमिका निभाती है ऐसे में कई अन्य कारक भी है जो पुरुषों के गंजेपन को प्रभावित कर सकते हैं। जिनके बारे में आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं कि किन कारकों के कारण पुरुषों में गंजेपन की समस्या बढ़ रही है Hair Care Tips
पुरुषों में गंजेपन के कारण | Hair Care Tips
दवाइयां: कुछ दवाइयां ऐसी जैसे कि कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन और गठिया के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयां दुष्प्रभाव के रूप में बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। इसलिए कोई भी दवाई शुरू करने से पहले किसी हेल्थ केयर प्रोवाइड के साथ बालों के झड़ने के संबंध पर चर्चा करने से इस दुष्प्रभाव के लिए तैयारी करने और उसे मैनेज करने में मदद मिल सकती है। आप किसी भी प्रकार की दवाई शुरू करने से पहले उसके साइड इफेक्ट्स को जरूर जान लें।
हार्मोनल असंतुलन: असंतुलन हार्मोनल पुरुषों के गंजेपन में ज्यादा योगदान करते हैं। यह असंतुलन मेडिकल कंडीशन जैसे थायराइड डिसऑर्डर या हार्मोनल थेरेपी के कारण हो सकते हैं। इंटरनल हार्मोनल समस्या का इलाज करने से बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है।
उम्र: जैसे जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है। टेस्टोस्टेरोन लेवल में धीरे-धीरे कमी होने से बाल झड़ने लगते हैं। हांलांकि इस कारक को टाला नहीं जा सकता है, लेकिन ऑल ओवर हेल्थ की देखभाल करना और उम्र बढ़ाने वाले बालों से निपटने के लिए खासकर से डिजाइन किए गए हेयर केयर प्रोडक्ट्स का उपयोग कर आप अपने बालों को हेल्दी बनाएं रख सकते हैं।
पोषक तत्वों की कमी: अधिकतर पोषक तत्वों की कमी से भी बालों के झड़ने की समस्या होती है। खराब पोषण जैसे की विटामिन और मिनरल की कमी बालों के झड़ने में अहम योगदान कर सकती है। विटामिन ए, सी, डी, ई, बायोटिन और आयरन से भरपूर बैलेंस डाइट आदि के सेवन से बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने और गंजेपन के ख़तरे को कम करने में मदद कर सकता है।
स्ट्रेस: लगातार तनाव में रहना भी बालों को नुकसान पहुंचा सकता है जिसकी वजह से परमानेंट बाल झड़ने लगते हैं। रिलेक्सेशन टेक्नीक, व्यायाम के जरिए स्ट्रेस को मैनेज करने से और बालों का झड़ना रोकने में मदद मिल सकती है।
मेडिकल कंडीशन: कुछ मेडिकल कंडीशन और उपचार जैसे ऑटोइम्यून रोग (जैसे, एलोपेसिया एरिका), स्कैल्प में इंफेक्शन और कीमोथेरेपी, बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं।
सिर की स्किन में इंफेक्शन: स्कैल्प के फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन, जैसे दाद, बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं, हाइजीन को मेंटेन रखने और किसी भी इंफेक्शन का तुरंत इलाज करने से बालों के झड़ने को रोकने में मदद मिल सकती है।
धूम्रपान: धूम्रपान के करने से ब्लड सर्कुलेशन और बालों के रोम पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के कारण बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। धूम्रपान छोड़ने से ऑल ओवर हेल्थ में सुधार हो सकता है और गंजेपन का खतरा भी कम हो सकता है।
तेजी से उगने लगेंगे बाल, बस अपनी डाइट में शामिल करें ये 6 चीजें शामिल
खट्टे फल: नींबू, संतरा, मौसमी व अंगूर में विटामिन सी के बेहतरीन स्त्रोत होते हैं। इनको खाने से यह हमारे शरी में कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं। कोलेजन बालों को मजबूत करता है व बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए स्कैल्प में ब्लड सकुर्लेशन में सुधार कता है। विटामिन सी हमारे शरीर से फ्री रेडिकल्स को भी हटाता है।
सेम: बीन्स प्रोटीन का एक बड़ा पौधा-आधारित स्रोत है, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक है। सीप की तरह, बीन्स जिंक का अच्छा स्रोत हैं, जो बालों के विकास और मरम्मत चक्र में सहायता करता है। 3.5-औंस (100-ग्राम) काली फलियाँ एक महिला की दैनिक जिंक की जरूरत का 14% और पुरुषों के लिए 10% प्रदान करती हैं (42विश्वसनीय स्रोत)। वे आयरन, बायोटिन और फोलेट (43विश्वसनीय स्रोत) सहित कई अन्य बालों-स्वस्थ पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं। इन सभी लाभों के अलावा, बीन्स अत्यधिक बहुमुखी और सस्ती हैं, जो उन्हें आहार में आसानी से शामिल करती है।
गाजर: बालों की ग्रोथ के लिए गाजर अच्छा माना जाता है। क्योंकि यह एक बेहद पौष्टिक सब्जी है जिसमें कैलोरी कम व पानी और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसमें विटामिन ए बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने में काफी मददगार होता है।
कच्चा प्याज: कच्चा प्याज बालों के विकास में काफी मदद करता है। इसमें जिंक, आयरन व बायोटिन का एक बेहतरी स्त्रोत है। ये सभी पोषक तत्व बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं व बालों को समय से पहले सफेद होने से भी रोकते हैं।
शिमला मिर्च: शिमला मिर्च बालों के विकास में मदद करता है। शिमला मिर्च में मौजूद विटामिन सी कोलेजन को बढ़ावा देता है जो बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है और यह आपके शरीर से फ्री रेडिकल्स को हटाकर आॅक्सीडेटिव तनाव से बालों की रक्षा करता है।
अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी आपकी सामान्य जानकारी के लिए प्रदान की गई हैं, यह किसी इलाज का विकल्प नहंी हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं या किसी एकस्पर्ट की सलाह ले सकते हैं।