Marsquake News: मंगल ग्रह पर 4 मई 2022 का दिन, जब नासा के इनसाइट लैंडर ने सबसे बड़े भूकंप के झटके को रिकॉर्ड किया। तीव्रता भी इसकी 4.7 थी। हालांकि, सुनने में यह पृथ्वी की तुलना में भले ही हल्का सा लग रहा हो, लेकिन मंगल ग्रह पर स्थिति अलग ही है। बताया जाता है कि पृथ्वी पर भूकंप टेक्टोनिक प्लेट की गतिविधियों के कारण आता है। लेकिन मंगल ग्रह के पास तो टेक्टोनिक प्लेट भी नहीं है। इस संबंध में वैज्ञानिक यही मानकर चल रहे थे कि कोई बहुत बड़ा उल्कापिंड मंगल पर गिर गया होगा जिसकी वजह से यह भूकंप आया होगा।
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भूकंप शांत होने के बाद वैज्ञानिकों ने उसकी खोज शुरू की कि किस जगह पर उल्कापिंड गिरा है, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। इस खोज के बाद वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि आने वाला भूकंप टेक्टोनिक गतिविधि के कारण ही आया है। उन्हें समझ आया कि मंगल ग्रह मंगल किस कारण से हिलता है। कैसे उसके आंतरिक भाग में गड़गड़ाहट होती है। एक ग्रह वैज्ञानिक के अनुसार, ‘‘हमने निष्कर्ष निकाला कि इनसाइट की ओर से पकड़ा गया सबसे बड़ा भूकंप उल्कापिंड से न होकर टेक्टोनिक गतिविधि से आया था। यह खोज महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे पता चलता है कि मंगल पर इतना तगड़ा भूकंप भी आ सकता है।’’
लंदन के एक ग्रह वैज्ञानिक ने कहा, ‘‘यह मंगल ग्रह की भूकंपीय गतिविधि के बारे में हमारी समझ में एक महत्वपूर्ण कदम है और हमें ग्रह की टेक्टॉनिक प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से जानने के एक कदम और करीब ले जाता है।’’ ‘‘हम अभी भी मानते हैं कि मंगल पर कोई सक्रिय प्लेट टेक्टोनिक्स नहीं है। इसलिए संभवता मंगल की परत के भीतर तनाव के रिलीज होने से हुई थी।’’ नासा के इनसाइट लैंडर के मंगल ग्रह पर चार साल के कार्यकाल के दौरान उसने सैकड़ों झटकों का पता लगाया जो कि अंतरिक्ष से गिरे कई उल्कापिंडों के कारण लगे थे।