Symptoms Of High Blood Sugar Level:भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है पहले उम्र एक पड़ाव में आकर शुगर होता था लेकिन अब किसी भी उम्र में व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं। लेकिन इसके पीछे का कारण किसी को मालूम नहीं है। एक्सपर्ट का मानना है की यह सब व्यक्ति के बदलते लाइफस्टाइल के कारण हो रहा है। कोविड के बाद से ऐसा सुनने में आ रहा है कि हर घर में किसी ने किसी एक व्यक्ति को डायबिटीज की बीमारी है, लगभग हर पांच में से दो भारतीय को डायबिटीज की समस्या है। देखा जाए तो डायबिटीज कोई बड़ी बीमारी नहीं है, अपने खान-पान और लाइफस्टाइल को मैनेज करते हुए इसे ठीक रखा जा सकता है। लेकिन अगर समय पर इसका परहेज नहीं किया गया तो यह दूसरी कई बड़ी बीमारियों को भी न्योता दे सकता है। High Blood Sugar
डायबिटीज का संकेत |High Blood Sugar
- हाथ पर पीले, लाल या भूरे निशान
- त्वचा का रंग गहरा होना
- मोटी और सख्त चमड़ी
- हाथ पर छाले होना
- जख्मों व घावों का ना भरना
- स्पॉट होना
- पीले रंग के छोटे दाने आना
डायबिटीज को कैसे करें कंट्रोल | High Blood Sugar
दरअसल डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जितना महत्व दबाओ स्वयं का है उसने महत्व ज्यादा का है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट प्लान का होना बहुत जरूरी है। माना जाता है कि डायबिटीज के मरीज नॉरमल रूटीन लाइफ में नहीं जी सकते, इसलिए उन्हें एकदम इस्त्री डाइट लेना चाहिए। कारी जानकारी के लिए आपको बता दें कि मधुमेह के कारण शरीर में इंसुलिन नमक हार्मोन का स्त्राव है।
इसके होने के अन्य कारणों में आप अत्यधिक तनाव वजन या उम्र बढ़ने के साथ ही जेनेटिक कारण भी है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें ज्यादा से ज्यादा परहेज ही आप को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकता है। वही अगर आपने परहेज में कोई गलती की या अपनी डेली रूटीन में कोई बड़ी गड़बड़ी यह तो आपको बहुत परेशानी झेलनी पड़ सकती है। इसलिए आपको निश्चित डाइट चार्ट फॉलो करना चाहिए जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे।
Toor Dal Good For Diabetes: डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है ये दाल, जाने इसके फायदे
डायबिटीज डाइट चार्ट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुगर की बीमारी ऐसी है की अगर यह एक बार आपको हो जाए, तो यह उम्र उम्र भर आपके साथ ही बनी रहती है। ऐसे में आपको नियंत्रित मात्रा में खाना खाना होगा आपके डाइट में कार्बोहाइड्रेट वसा और प्रोटीन होना चाहिए। लेकिन जो लोग मोटापे के शिकार है उनके लिए कूल कैलोरी का 60% कार्बोहाइड्रेट से 20% फ्लैट से और 20% प्रोटीन से लेना चाहिए।
प्रतिदिन अंतर्निर्मित चार्ट को करें फ़ॉलो
1.आधा खाना खाने के 15-20 मिनट बाद मेथी दाना खाने से शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है और यह कई कामों में भी फायदा देता है।
2.रोटी के आटे को बिना चोकर निकाले यूज में ले लिया जाए और इसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सोयाबीन मिला ले। इससे आपका शुगर कंट्रोल में रहेगा।
3.घी और तेल का उपयोग कम से कम करें।
4.शुगर रोगियों को लगभग 1 घंटे पहले अच्छी स्पीड से पैदल यात्रा करनी चाहिए और साथ में गया और योगा भी करनी चाहिए।
5.इसके साथ शुगर के मरीजों को प्रोटीन अच्छी मात्रा में और उच्च गुणवत्ता वाला लेना चाहिए। इसके लिए दूध, दही, पनीर, सोयाबीन आदि का सेवन अधिक करना चाहिए।
6.डायबिटीज व्यक्ति को खाना सही समय पर लेना चाहिए। ऐसा ना करने पर हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। के कारण इसके कारण कमजोरी, अत्याधिक भूख लगना, पेट फूलना, नजर से गिरना या दोहोरी नींद आना हरदिया गति तेज होना संकेत आना एक गंभीर स्थिति में कोमा में जाने की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
7.डायबिटीज के व्यक्ति को हमेशा अपने साथ कुछ मिठाई जैसे शुगर, चॉकलेट या नमकीन बिस्कुट रखना चाहिए, यदि आपको हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखे तो तुरंत इसका सेवन करें।
8.एक सामान्य मधुमेह रोगी को यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे थोड़ी थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाना चाहिए।
9.डायबिटीज के मरीज को नियमित रूप से डबल टोंड दूध का ही उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही यह भी ध्यान देना चाहिए कि आपके खाद पदार्थों में मिठास की मात्रा कम से कम हो।
10.आपको चना, परमल टुकड़े या मूंग जैसी किसी भी समसामयिक अनाज सुख और किक के बराबर का उपयोग करना चाहिए। शिक्षण संस्थानों में दही या छाछ के प्रयोग से ग्लूकोज की मात्रा में कमी आती है।
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है। यह किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।