Israel Hamas War Impact: वैश्विक स्तर से मिल कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर लगभग हर क्षेत्र में हुयी बिकवाली के कारण आज शेयर बाजार में गिरावट रही। बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी गिरावट लेकर बंद हुआ। हमास के आतंकियों और इजरायल के बीच जारी तनाव के कारण वैश्विक स्तर पर बन रही भू राजनैतिक स्थिति से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शेयर बाजार में रही गिरावट के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 483.24 अंक टूटकर 65512.39 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 141.15 अंक उतरकर 19512.35 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी तेजी बिकवाली देखी गयी जिससे बीएसई का मिडकैप 1.22 प्रतिशत गिरकर 31686.69 अंक पर और स्मॉलकैप 1.72 प्रतिशत फिसलकर 37209.94 अंक पर रहा।
बीएसई में सभी समूह गिरावट में रहे जिसमें सर्विसेस में सबसे अधिक 2.73 प्रतिशत की और आईटी में सबसे कम 0.18 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी। इस दौरान बीएसई में कुल 3929 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 2804 को नुकसान उठाना पड़ा जबकि 993 हरे निशान में रही। 132 कंपनियों में कोई बदलाव नहीं हुआ। वैश्विक स्तर पर मिश्रित रूख देखा गया। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.30 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.18 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि जर्मनी का डैक्स 0.54 प्रतिशत , चीन का शंघाई कंपोजिट 0.44 प्रतिशत और जापान का निक्केई 0.26 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
टूट रहा अडानी का यह शेयर
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के शेयरों में सोमवार को 4% से अधिक की गिरावट आई। कंपनी के शेयर इंट्रा डे ट्रेड में शुक्रवार के शेयर प्राइस 830.55 रुपये के मुकाबले 4.5% टूटकर 792.95 रुपये पर पहुंच गए थे। शेयरों में इस गिरावट के पीछे पश्चिम एशिया में बढ़ रही तनाव है।
अडानी पोर्ट्स के शेयर पर क्यों पड़ रहा असर
गौरतलब हैं कि गौतम अडानी समूह ने इजरायल के हाइफा पोर्ट का अधिग्रहण किया हुआ है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इजराइल के गादोत समूह ने इजराइल में हाइफा बंदरगाह के 1.18 अरब डॉलर में निजीकरण के लिए पिछले वर्ष जुलाई में बोली जीती थी। इसमें भारतीय भागीदार अडानी की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और गादोत समूह का हिस्सा 30 फीसदी है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि हाइफा पोर्ट शिपिंग कंटेनर के मामले में इजराइल का दूसरा सबसे बड़ा पोत और पर्यटक क्रूज शिप के मामले में सबसे बड़ा बंदरगाह है।