सरसा (सच कहूँ न्यूज)। आज वो मुकद्दस मौका, वो पावन दिवस है जिस दिन पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां डेरा सच्चा सौदा की गुरगद्दी पर विराजमान हुए। आज उस दिन को 33 साल हो गए हैं, जिसे 33वें पावन गुरुगद्दीनशीनी दिवस (महापरोपकार दिवस) के रूप में एमएसजी डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केन्द्र शाह सतनाम जी धाम, सरसा में भण्डारे के रूप में मनाया जा रहा है। इस पावन भंडारे की नामचर्चा सत्संग का शुभारंभ ठीक 11 बजे इलाही नारा ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ लगाकर किया गया।
इस पावन भंडारे की खुशियां मनाने के लिए देश व विदेशों से भारी तादाद में साध-संगत का आना निरंतर जारी है। इस पावन भंडारे को लेकर साध-संगत का भारी उत्साह देखते ही बन रहा है। चारों ओर खुशियों का आलम है, नजारा बड़ा ही दर्शनीय है।
इस पावन अवसर पर डेरा अनुयायी नाच-गाकर व भंगड़े पाकर अपनी खुशी का इजहार करते नजर आए। पंजाब के नौजवान-बुजुर्ग बोलियां पा-पाकर, उछल-कूद करते हुए भंडारा स्थल पर पहुंच रहे हैं। क्या पंजाब, क्या हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान पूरे देश क्या विदेशों से भी साध-संगत इस पावन भंडारे पर भारी तादाद में पहुंच रही है, जिनके चेहरे पर इस पावन भंडारे को लेकर खुशियाँ अलग ही झलकती दिखीं।
गौरतलब है कि 23 सितंबर 1990 को पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को पावन गुरुगद्दी की बख्शिश करके अपना रूप बनाया था। इस पूरे महीने को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत पर्व की भांति हर्षोल्लास से मानवता भलाई के 159 कार्य करके मनाती है।