डिग्गी के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप, कमेटी बना जांच करवाने की मांग
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। टिब्बी तहसील के गांव दौलतपुरा में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बनाई जा रही वाटर वक्र्स की डिग्गी के निर्माण में घटिया श्रेणी की सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। इस संबंध में मंगलवार को गांव दौलतपुरा के ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप कमेटी बनाकर निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितता व भ्रष्टाचार की जांच करवाने की मांग की। Hanumangarh News
ग्रामीणों ने बताया कि गांव दौलतपुरा में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत वाटर वक्र्स की डिग्गी बनाने, फिल्टर लगाने तथा नई पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। डिग्गी के निर्माण में अत्यधिक घटिया श्रेणी की सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। इसकी वजह से निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले ही डिग्गी तीन बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है। डिग्गी में जोहड़ का दूषित पानी भर गया था। ठेकेदार को बार-बार कहने के बावजूद भी ठेकेदार और पीएचईडी के अधिकारियों ने ग्रामीणों की कोई सुनवाई की। क्योंकि उन्हें डर है कि यदि डिग्गी को खाली किया गया तो डिग्गी निर्माण में घटिया सामग्री लगाने की बात सामने आ जाएगी। Hanumangarh News
ग्रामीणों के अनुसार जब-जब ठेकेदार और पीएचईडी जेईएन को डिग्गी खाली करने के लिए कहा जाता है तो ठेकेदार और जेईएन ग्रामीणों के साथ बदतमीजीपूर्ण व्यवहार करते हैं। धमकी देते हैं कि विरोध किया तो गांव में पीने के पानी की सप्लाई बंद कर दी जाएगी। ठेकेदार और जेईएन पहले भी द्वेषतापूर्ण एक बार पेयजल सप्लाई बंद कर चुके हैं परन्तु ग्रामीणों ने मिलकर पेयजल सप्लाई पुन: शुरू करवा दी थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार और जेईएन वगैरा ने मिलकर गलत कार्य करवाया है तथा सरकारी धन का दुरूपयोग किया है।
निर्माण कार्य पूर्ण करने में ठेकेदार और जेईएन लगातार देरी की जा रही है। इसकी वजह से ग्रामीणों को ट्यूबवैल का फ्लोराइड युक्त खारा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार गांव की गलियों में जो पाइप लाइन मंजूर है वह भी नियमानुसार नहीं बिछाई गई। ठेकेदार और जेईएन को पूरी पाइप लाइन बिछाने को कहा जाता है तो ग्रामीणों को हिस्सा राशि के तहत 15 सौ रुपए प्रति घर के हिसाब से रसीद कटवाने को कहा जा रहा है।
ठेकेदार और जेईएन की ओर से नियम विरुद्ध तरीके से हिस्सा राशि मांगी जा रही है। क्योंकि विभागीय निर्देशानुसार सम्पूर्ण पाइप लाइन बिछाने की जो लागत है उसका दस फीसदी ही देय होगा जबकि अधिकारियों ने कार्य पूर्ण नहीं किया। फिर भी ग्रामीणों को 15 सौ रुपए की रसीद कटवाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसको लेकर कई बार अधिकारियों व ग्रामीणों के बीच तहसीलदार की अध्यक्षता में समझौता वार्ता हो चुकी है पर उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। डिग्गी के निर्माण के लिए स्वीकृत हुआ 90 लाख रुपए का बजट किसी काम नहीं आया। Hanumangarh News
उन्होंने बताया कि फिल्टर भी लीकेज अवस्था में है। इस कारण ग्रामीण गंदा पानी को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने डिग्गी निर्माण कार्य की जांच करवाने के लिए उच्चाधिकारियों की कमेटी गठित करने तथा जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण करवाकर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए ठेकेदार और पीएचईडी अधिकारियों को पाबंद करने के साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने की मांग की। इस मौके पर भूपराम, अशोक, विनोद, मनोज, सुमित, संदीप, सुशील, मुकेश, कुलदीप, कश्मीर सिंह, राजेश, सुरेन्द्र कुमार, आशाराम सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
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