Nipah Virus: अभी हाल-फिलहाल देश को कोरोना वायरस के प्रकोप ने झकझोर कर रख दिया था। उससे अभी राहत मिली ही थी कि अब एक और खतरनाक वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। जानकारी के अनुसार केरल के कोझिकोड में एक ऐसे वायरस ने दस्तक दी है, जिसने सबको दहशत में डाल दिया है।
केरल में कोरोना के छिटपुट मामलों के बाद अब निपाह वायरस के मामले तेजी आनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि केरल में 5 से ज्यादा निपाह वायरस के मामले मिल चुके हैं और सैंकड़ों लोगों के पीड़ितों के संपर्क में आने से हड़कंप मच गया है। राज्य सरकार ने एहतियातन के तौर पर 24 सितंबर तक शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं। Nipah Virus
निपाह का यह बांग्लादेशी वैरिएंट है, जोकि इंसानों से इंसानों में फैलता है और खासकर ये चमगादड़ों से फैलता है। निपाह का पहला मामला 1998 में मलेशिया में सुअर पालने वालों के बीच मिला था। मलेशिया के जिस गांव में इसका पहला मामला मिला, वहीं से इसका नाम ईजाद हुआ। Nipah Virus
इस वायरस से मृत्यु दर अधिक है। निपाह की दहशत के मद्देनजर कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। खतरे को देखते हुए मेडिकल डिपार्टमेंट ने जिले में केरल से आने वाले फलों की जांच करने का आदेश जारी किया हुआ है। साथ ही गाड़ियों की जांच के लिए सीमाओं पर चेकपोस्ट बनाने के भी निर्देश दिए। Nipah Virus
डब्ल्यू एच ओ ने इस वायरस को महामारी फैलाने वाले वायरस जैसे इबोला, जीका और कोरोना वायरस की श्रेणी में रखा है। क्योंकि निपाह में ऐसी क्षमता है। वैसे तो निपाह वायरस आमतौर पर जानवरों और दूषित खाना खाने से फैलता है, लेकिन हाल ही में देखने में आया है कि निपाह मनुष्य से मनुष्य के बीच सीधे भी फैल सकता है। निपाह से डरना लाजमी है, क्योंकि इस वायरस की मृत्यु दर अधिक है। निपाह पीड़ितों की मृत्यु दर 75 फीसद तक आंकी गई है। दूसरी चिंता की वजह यह है कि इसकी अभी तक कोई वैक्सीन नहीं आई है। Nipah Virus
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लक्षण: निपाह वायरस से पीड़ित व्यक्ति को तेज बुखार, उल्टी और सांस लेने में समस्या हो सकती है। ज्यादा प्रभावित होने पर पीड़ित के दिमाग पर भी इसका असर हो सकता है और यहां तक कि वो कोमा में भी जा सकता है।
ये हैं बचाव के उपाय: इसमें वैसे ज्यादा भी घबराने की जरूरत नहीं है, निपाह से बचने के कुछ उपाय यहां साझा किए जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर इस वायरस से बचा जा सकता है…
सबसे पहले आपको अपने हाथ समय-समय पर साबुन से धोने है। इससे वायरस का खतरा कम हो जाता है। लोगों के संपर्क में नहीं आना है जोकि निपाह वायरस से बचने का उत्तम तरीका है। खासतौर पर ऐसे लोगों से सावधान रहें जिनमें इसके लक्षण दिख रहे हों। इस हालत में अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए, किसी भी जानवर का झूठा न खाएं। अगर आपको खुद में निपाह का कोई भी लक्षण दिखे तो डॉक्टर से सलाह लें। Nipah Virus