india vs bangladesh:शुभमन गिल (121) के शानदार शतक और अक्षर पटेल (42) की जुझारू पारी के बावजूद भारत को एशिया कप के सुपर फोर चरण के आखिरी मुकाबले में बांग्लादेश के हाथों छह रनों से नजदीकी हार का सामना करना पड़ा। आर प्रेमदासा स्टेडियम में बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुये निर्धारित 50 ओवर में 265 रन बनाये जिसके जवाब में भारत की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 259 रन बनाकर पवेलियन लौट गयी। IND vs BAN
एशिया कप के फाइनल में पहले ही स्थान बना चुकी भारतीय टीम पांच बदलाव के साथ मैदान पर उतरी थी। एक समय चार अहम विकेट मात्र 59 रनों पर गंवा चुकी श्रीलंका ने कप्तान शाकिब अल हसन (80),मोहम्मद तौहीद हृदोय (54) और नासुम अहमद (44) के शानदार प्रदर्शन के दम पर 265 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर हासिल किया जबकि बाद में गेंदबाजों ने नियमित अंतराल में भारत की मजबूत कही जाने वाली बल्लेबाजी को बौना साबित करते हुये 2012 के एशिया कप फाइनल का इतिहास दोहरा दिया। IND vs BAN
भारतीय टीम के शतकवीर शुभमन गिल एक छोर पर टिक कर दूसरे छोर पर रोहित शर्मा (0),पदार्पण मैच खेलने वाले तिलक वर्मा (5),इशान किशन (5),रविंद्र जडेजा (7) को सस्ते में आउट होते देखते रहे वहीं केएल राहुल (19) और सूर्य कुमार यादव (26) भी अपनी टीम के लिये कुछ खास नहीं कर सके। शार्दुल ठाकुर भी मात्र 11 रन पर आउट हुये हालांकि आखिरी ओवरों में अक्षर पटेल (42) ने तेजी से रन बनाकर भारत की उम्मीदों को हवा दी मगर उनके आउट होते ही बांग्लादेश की जीत औपचारिकता मात्र रह गयी। IND vs BAN
तनजीम हसन साकिब ने रोहित शर्मा और तिलक वर्मा के विकेट जल्दी निकाल कर भारत के मध्यक्रम पर दवाब बढाया जबकि बीच के ओवरों में शाकिब अल हसन (एक विकेट),महेदी हसन (दो विकेट) और मेहदी हसन मिराज ने एक विकेट चटका कर मध्यक्रम की रीढ तोड दी। आखिरी के ओवरों में मुस्तफिजुर रहमान (50 रन पर तीन विकेट) ने भारतीय पारी का पुलिंदा बांध कर सुपर फोर चरण में अपनी टीम को पहली जीत दिलाते हुये सकून भरी घर वापसी का मार्ग प्रशस्त किया।
मौजूदा एशिया कप में भारत की यह पहली हार है मगर इस हार के बावजूद शुभमन गिल अपनी जिंदा दिल बल्लेबाजी के कारण करोड़ों भारतीय प्रशंसकों का दिल जीत ले गये। उन्होने अपनी शतकीय पारी में 133 गेंद खेलकर आठ चौके और पांच छक्के जडे 49वें ओवर में गेंद को हिट करने के प्रयास में अपना विकेट गंवाने वाले अक्षर ने 34 गेंदो की पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाये।
भारत ने इस मुकाबले के लिये टीम में पांच बदलाव किये थे। तिलक वर्मा की इस मुकाबले के जरिये एक दिवसीय मैच में पदार्पण हुआ है, उनके अलावा सूर्य कुमार यादव, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा टीम में आए हैं। टीम इंडिया 17 सितंबर को इसी स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ होने वाले फाइनल से पहले बंगलादेश के साथ मैच को तैयारी के तौर पर देखेगी।
बंगलादेश ने एक समय 10 ओवर के बाद तीन विकेट गंवाकर 44 रन बनाए थे, लेकिन बाद में महेंदी हसर मिराज और शाकिब हसन ने पारी को संभाला। दसवें ओवर में शार्दुल ठाकुर की तीसरी गेंद पर मिड विकेट पर खड़े तिलक ने मेहदी हसन मिराज का आसान कैच छोड़ दिया। इसके बाद आखिरी गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने भी मेहदी का कैच छोड़ा। 14वें ओवर में 59 के स्कोर पर बंगलादेश को चौथा झटका लगा। अक्षर पटेल ने मेहदी हसन मिराज को रोहित शर्मा के हाथों कैच कराया। मिराज ने 23 गेदों पर 13 रन ही बनाए। इसके बाद मिडिल आॅर्डर ने टीम को संभाला और बंगलादेश का पांचवां विकेट 161 रन पर शाकिब के रूप में गिरा। शाकिब शतक बनाने से चूक गये। शाकिब ने 85 गेंदों में छह चौके और तीन छक्के की मदद से 80 रन की पारी खेली। शाकिब ने तौहिद हृदोय के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी निभाई।
इसके ठीक अगले ओवर (35वें) में रवींद्र जडेजा ने शमीम हुसैन को पगबाधा आउट किया। वह एक रन बना सके। इस विकेट के साथ वनडे में जडेजा के 200 विकेट पूरे हो गए हैं। वह इस मुकाम को हासिल करने वाले सातवें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले अनिल कुंबले (337), जवागल श्रीनाथ (315), अजीत अगरकर (288), जहीर खान (282), हरभजन सिंह (269) और कपिल देव (253) ऐसा कर चुके हैं। बंगलादेश की टीम में सबसे ज्यादा 80 रन का योगदान कप्तान शाकिब अल हसन ने दिया। उसके बाद तौहिद हृदोय ने 54, नसुम अहमद ने 44 और महेदी हसन ने 29 रन बनाए। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने तीन और मोहम्मद शमी ने दो विकेट लिए। प्रसिद्ध, अक्षर और जडेजा के खाते में एक-एक विकेट आया।