राज्यपाल ने किया अमृत वाटिका का उद्घाटन | Jaipur News
बीकानेर/जयपुर (सच कहूं न्यूज)। राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने कहा कि नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की अवधारणा के साथ भारतीय जनमानस की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति है। श्री मिश्र महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में ‘हमारी शिक्षा प्रणाली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को स्वीकृत करने की संभावनाएं और चुनौतियां’ विषयक राष्ट्रीय सेमिनार के समापन और अमृत वाटिका के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री मिश्र ने कहा कि नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों की रुचि व विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसका उद्देश्य भारत को ज्ञान आधारित देश बनाना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वही सार्थक है, जिसमें नयेपन पर जोर हो। Jaipur News
शैक्षिक नवाचारों को जितना अपनाया जाएगा, हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यापक दृष्टिकोण पर आधारित नीति है, जो भारत को पुनः विश्व गुरु बनने की ओर बढ़ाएगी। शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि आज देश तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। भारत में विश्व को एक साथ रखकर विश्व बंधुत्व को साकार करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा नीति के परिपेक्ष्य में समय-समय पर ऐसे आयोजन करें।
विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने की उद्देश्य से विभिन्न नवाचार किए गए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी और कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा जल्दी ही भारत के प्रमुख व्यक्तियों के नाम से भवनों और पार्कों का नाम नामकरण किया जाएगा। Jaipur News
इस दौरान पूर्व कुलपति डॉ.ए.के. गहलोत तथा राजस्थान राज्य उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. डी.एस. चुंडावत बतौर अतिथि मौजूद रहे। इससे पूर्व राज्यपाल ने दीप प्रज्वलन कर समापन सत्र की शुरुआत की। कुलसचिव अरुण प्रकाश शर्मा ने आगंतुकों का आभार जताया। इस दौरान बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सिद्धि कुमारी सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। Jaipur News
इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालय परिसर में अमृत वाटिका का लोकार्पण किया। अमृत वाटिका में संभाग के 137 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर पौधों का नामकरण किया गया है। इसमें बीकानेर जिले के 22, चूरू जिले के 90, श्रीगंगानगर जिले के 12 तथा हनुमानगढ़ जिले के 13 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम सम्मिलित हैं। Jaipur News
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