G20 Summit Delhi: जी-20 का 18वां शिखर सम्मेलन न केवल भारत में विश्व के प्रमुख देशों का एक अद्भुतपूर्व संगम था बल्कि राजधानी में नवनिर्मित भव्य भारत मंडपम का इसका आयोजन स्थल भारत की समृद्धि संस्कृतिक और सभ्यता की झांकी बन गया था।
आयोजन स्थल पर एक क्राफ्ट बाजार में विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगी थी। वहां डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्रगति की भी प्रदर्शनी थी और इसके साथ ही वहां ‘कल्चर यूनाइट्स आॅल’ (संस्कृति सबको आपस में पिरोती है) शीर्षक वैश्विक सांस्कृतिक गलियारे में भारत, जापान, अमेरिका, चीन, जैसे जी20 के सभी सदस्य देशों के साथ-साथ कुछ आमंत्रित देशों की सांस्कृतिक और पुरातात्विक वस्तुओं की झांकियां प्रस्तुत की गयी थीं। आज सम्पन्न हुए दो दिन के शिखर सम्मेलन के दौरान ‘कल्चर यूनाइट्स आॅल’ वैश्विक सांस्कृतिक गलियारे का उद्घाटन शनिवार सुबह किया गया।
Ready for a productive day two in India, Mr. Prime Minister. pic.twitter.com/9Ll9WPNeMs
— President Biden (@POTUS) September 9, 2023
सम्मेलन में यूरोपीय संघ सहित सभी बीस सदस्य देशों और नौ आमंत्रित सदस्यों द्वारा भेजी गयी कलाकृतियां और सांस्कृतिक धरोहरों की प्रतिकृतियां शामिल की गयी थीं।
गैलरी के आकर्षण में भारत की ओर से अष्टाध्यायी, इंडोनेशिया का बाटिक सारंग वस्त्र, ब्राजील के संसद भवन की अनुकृति, अजेर्टीना का पोंचो परिधान, आॅस्ट्रेलिया की दजरकपी यिआपुनापु पेंटिंग, कनाडा के समुद्री राक्षसों का मुखौटा, चीन का कमलताल डिजाइन का ढक्कनदार जार, यूरोपियन संघ की ओर से रेडियोधर्मिता की खोज करने वाली महान वैज्ञानिक मैरी स्कोलोडोव्स्का – क्यूरी (1867-1934) की आवक्ष प्रतिमा, फ्रांस के नीले रंग की पृष्ठभूमि और तितलियों की छाप वाला औक्सरे फूलदान, जर्मनी की वाहन निमार्ता फॉक्स वैगन की ऐतिहासिक कार बीटल के लघु मॉडल, इटली की ओर से अपोलो बेल्वेडियर की कांस्य प्रतिमा और जापान के विशेष अवसरों पर पहने जाने वाला ढीला-ढाला परिधान किमोनो की प्रदर्शनी है।
वहीं ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की जिनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में वो बांग्लादेश की समकक्ष शेख हसीना के सामने घुटने पर बैठकर उनसे बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सुनक की इस सादगी की तस्वीर ने सभी को आकर्षित किया है।
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सांस्कृतिक कॉरीडोर में दक्षिण कोरिया के दस्तकारों द्वारा तैयार की गई जोकदुरी-गैट और हेडपीस टोपी, मेक्सिको के क्वेटजालकोटल (पंख वाले सर्प देवता) और टालल्टेकुहटली (पृथ्वी की देवी) की मूर्तियां, रूसी खाकास (साइबेरिया) इलाके की महिलाओं की परंपरागत पोशाक बंडी और पोगो, सऊदी अरब के एक अरामी स्टेल (शिलापट्ट) और अन्य अरामी शिलालेखों की झांकी, दक्षिण अफ्रीका की ओर से आदिमानव आस्ट्रेलोपिथेकस अफ्रीकनस की खोपड़ी, तुर्किये के गोबेकलाइटपे स्टेल (शिलापट्ट), ब्रिटेन के मैग्ना कार्टा संधि के संपूर्ण मूल दस्तावेज की रंगीन फोटोप्रति, अमेरिका की ओर से टायरनी आॅफ मिरर्स, बंगलादेश के प्रथम राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की आवक्ष प्रतिमा, मिस्त्र के प्राचीन राजा तूतनखामुन का स्वर्ण मुखौटा और आसन, मॉरीशस का रवन्न वाद्यंत्र, नीदरलैंड की जिÞग-जैग चेयर, सिंगापुर की न्यूएटर और न्यूब्रू की अलग-अलग पैकेजिंग, स्पेन के हाथ के पंखे “डिजाइनिंग एयर” तथा संयुक्त अरब अमीरात की ओर से घोड़े की सोने की लगाम आकर्षण का केन्द्र थी।