मीरापुर (सच कहूँ/कोमल प्रजापति)। प्राचीन काल से ही गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति (Culture) का एक अहम और पवित्र हिस्सा रही है, वहीं दूसरी और कहा जाता है कि जीवन में सबसे पहले गुरु हमारे माता-पिता होते हैं लेकिन जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं। सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। इसी बात का अनुसरण करते हुए शिखर शिक्षा सदन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आज बड़े ही हर्षोल्लाह के साथ शिक्षक दिवस मनाया गया। Miranpur News
इस क्रम में सर्वप्रथम डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर विद्यालय के अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा एवं निदेशक राजेश शर्मा ने माल्यार्पण किया एवं उसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य पुनीत राजपूत एवं समस्त शिक्षक गणों ने उनकी प्रतिमा के सम्मुख पुष्प अर्पित किए स विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं ने अपना स्नेह प्रदर्शित करते हुए अपने हाथ के बने हुए ग्रीटिंग कार्ड शिक्षकों को दिए विद्यालय प्रबंधन के द्वारा सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के लिए विभिन्न प्रकार के खेल आयोजित किए गए जिनमें सभी ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया स इन खेलों में जीतने वाले सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को विद्यालय की मैनेजर शिखा शर्मा के द्वारा सम्मानित किया गया। Miranpur News
अंत में विद्यालय के अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने सभी शिक्षकों को अपना आशीर्वाद दिया एवं निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि आप सभी शिक्षक हैं और आप सभी के कंधों पर समाज के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है आप सभी को समाज के लिए भावी शिक्षक, इंजीनियर, डॉक्टर एवं व्यापारी गण आदि तैयार करने हैं अतः आप सभी को अपना कार्य पूर्ण लगन के साथ करना चाहिए। प्रधानाचार्य पुनीत राजपूत ने सभी को लगन से कार्य करते हुए अपना कर्तव्य निभाने का संदेश दिया। उन्होंने एक एक्टिविटी के माध्यम से सभी शिक्षकों को आपस में मिलजुल कर रहने और हमेशा बच्चों के हित को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया।इस अवसर पर शारिरिक शिक्षक कपिल चौधरी ने ओजस्वी भाषण दिया और सभी को प्रेरणादायक कहानियाँ सुनायी। मंच का संचालन फिरोज खान तथा कॉर्डिनेटर दीप्ति व्यास ने किया।
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