फ्लाइट में भूली बच्ची डॉल, प्लेन के पायलट का सामने आया अहम रोल! viral news
Video Pilot Returns Little Girl Lost Doll: खिलौने बच्चों की जान होते हैं, इसलिए ज्यादातर बच्चे खिलौनों से खेलते नजर आते हैं। ये बच्चों को इतने पसंद आते हैं कि हर वक्त लड़कियां तो अपनी गुड़िया (ऊङ्म’’) को अपनी जान से ज्यादा संभालकर, सीने से लगाकर रखती हैं। जिसे वो हर जगह अपने साथ ही लेकर चलती हैं। यहां तक कि सोते समय भी आपने देखा होगा कि लड़कियां डॉल्स को अपने साथ ही लेकर सोती हैं। कई बार आप भी देखते होंगे कि खेल-खेल में अगर उनकी डॉल टूट जाए या कहीं गुम हो जाए तो उनका दिल कितना मायूस हो जाता है। viral news
ऐसा ही एक प्यारी बच्ची के साथ हुआ, जब वह फ्लाइट में सफर के दौरान अपनी पसंदीदा डॉल फ्लाइट में ही छोड़ गई। इस पर पायलट ने जो अपनी भूमिका निभाई, उसके बारे में जानकर आप हैरान भी होंगे और खुश भी। बता दें कि पायलट ने एक 9 साल की मायूस बच्ची के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने के लिए 6 हजार मील दूरी तक उड़ान भरकर (टोक्यो से टेक्सास तक का सफर) बच्ची को उसकी खोई हुई गुड़िया वापिस लौटा दी। viral news
जानकारी के अनुसार न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि जब अमेरिकन एयरलाइंस में काम करने वाले जेम्स डैनेन को फेसबुक से पता चला कि वैलेंटीना नाम की बच्ची की डॉल कहीं खो गई है। ऐसे में उन्होंने टोक्यो हनेदा एयरपोर्ट पर टर्किश एयरलाइंस से संपर्क किया, जहां से उन्हें खोई हुई डॉल का पता चल गया। पायलट ने तुरंत डॉल की फोटो खींची और उसे लेकर वैलेंटीना को देने के लिए रवाना हो गए। डैनेन ने बड़ी नम्रतापूर्वक कहा- ये मेरा स्वभाव है, मुझे लोगों की मदद करना अच्छा लगता है। यही मैं कर रहा हूं। viral news
मुझे सचमुच खुशी थी कि मैं किसी के लिए कुछ अच्छा कर सका। बता दें कि जब बच्ची को 3 सप्ताह बाद अपनी गुड़िया मिली तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। पायलट का घर भी उसके घर के पास ही बताया गया है। पायलट ने बच्ची को तोहफे में जापानी ट्रट दी और एक मैप भी दिया। परिवार वालों ने पायलट की इस दरियादिली के लिए उनका आभार जताया। बच्ची अपनी ‘जान’ ‘बेस्ट फ्रेंड’ (गुड़िया) पाकर चहक उठी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एयरपोर्ट की पॉलिसी होती है कि अगर सफर के समय किसी का कोई सामान प्लेन में रह जाता है या खो जाता है तो यात्री के संपर्क करने के 3 महीने के अंदर उसे वापस लौटा दिया जाता है। अगर सामान का कोई हकदार नहीं होता है तो उसे खोया हुआ समझा जाता है। इंडिया में ऐसे सामान नीलाम कर दिए जाते हैं। दूसरी ओर विदेशों में इसके लिए अलग नियम हैं। आपके मन में भी कभी न कभी ये जरूर आया होगा कि प्लेन में खोये हुए सामान का आखिर क्या होता है, कहां जाता है?
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