Pancreatic Cancer In Women: पैंक्रियाटिक कैंसर यानी अग्नाशय कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो तब होती है जब अग्न्याशय में कोशिकाएं उत्परिवर्तन से गुजरती है और असामान्य रूप से बढ़ती हैं, जिससे एक ट्यूमर बनता है। बता दें कि अग्नाशय एंजाइमों का स्त्राव करता है, जो पाचन में सहायक होते हैं और हार्मोन स्त्रावित करते हैं, जिससे शुगर के मेटाबॉलिज्म को विनियमित करने में मदद करते हैं। इस स्थिति में, हेल्दी पैंक्रियाज सेल्स काम करना बंद कर देती है और घातक कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं।
दरअसल पैनक्रिएटिक कैंसर महिलाओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है जिसके लक्षणों पर हमेशा तब तक ध्यान नहीं दिया जाता है जब तक कि बीमारी ज्यादा ना बढ़ जाए। बता दें कि थकान, वजन का कम होना, पेट दर्द, पीलिया, दस्त, मतली, उल्टी, ब्लोटिंग जैसे कुछ चेतावनी वाले लक्षण नजर आते हैं। जिन पर हमें जल्द से जल्द ध्यान देने की जरूरत होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिलाओं की खराब जीवनशैली पेनक्रिएटिक कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ावा देती है। आज हम आपको उन्हीं कुछ आदतों के बारे में बताएंगे। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से लाइफस्टाइल की कुछ खराब आदतों के बारे में बताएंगे, जो महिलाओं में पैंक्रिएटिक कैंसर का कारण बनती हैं, आइए जानते हैं क्या है वे खराब आदते :-
धूम्रपान: धूम्रपान अग्नाशय के कैंसर के लिए एक सबसे बड़ा जोखिम कारक है, जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं उनमें पैंक्रिएटिक कैंसर होने की सबसे बड़ी संभावना रहती है।
बता दें कि तंबाकू उत्पादों में मौजूद हानिकारक रसायन अग्नाशय को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर कोशिकाओं के विकास का कारण बन सकते हैं, जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं उनमें हार्मोनल अंतर एस्ट्रोजेन के साथ तंबाकू कार्सिनोजेन्स के इंट्रैक्शन के कारण अग्नाशय कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। इस घातक बीमारी के खतरे को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ना सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है।
अनहेल्दी डाइट: सैचुरेटेड वसा और शुगर से भरपूर आहार अग्न्याशय के कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है। दरअसल जो महिलाएं इन अनहेल्दी खाद्य पदार्थों का बड़ी मात्रा में सेवन करती हैं उनमें इस बीमारी के विकसित होने की संभावना अधिक होती है। दूसरी ओर, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन से भरपूर आहार अग्नाशय के कैंसर के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है।
मोटापा: दरअसल मोटापा दुनिया भर में एक बढ़ती स्वास्थ्य चिंता है और यह अग्नाशय कैंसर सहित अलग-अलग बीमारियों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है, जो महिलाएं अधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त हैं उनमें इस तरह के कैंसर के विकसित होने का खतरा अधिक होता है। नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से वजन नियंत्रित करने और अग्नाशय कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
शराब का सेवन: अग्नाशय की पुरानी सूजन, जिसे क्रोनिक पैनक्रिएटिसिस के रूप में जाना जाता है। बता दें कि अग्नाशय के कैंसर के विकास के खतरे को काफी हद तक बढ़ा सकती है। अत्यधिक शराब का सेवन अग्नाशय को नुकसान पहुंचा सकता है और क्रोनिक पैनक्रिएटिसिस का कारण बन सकता है।
डायबिटीज: टाइप 2 डायबिटीज को पैनक्रिएटिक कैंसर के जोखिम कारक के रूप में पहचाना गया है। वहीं डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है। बता दें कि मधुमेह और अग्न्याशय के कैंसर के बीच सटीक संबंध पूरी तरह से साफ नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इंसुलिन प्रतिरोध और हाई ब्लड शुगर का स्तर कैंसर के विकास में योगदान कर सकता है।
Healthy Tips: खाना खाने से पहले और बाद में कब पीना चाहिए पानी, जानिये …
नोट: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सकिय राय का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए आप हमेशा पहले किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। सच कहूँ इस जानकारी के लिए अपनी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।