वसुंधरा राजे, सुनील बंसल व डॉ. अल्का गुर्जर के पद बरकरार
जयपुर (सच कहूं न्यूज\गुरजंट सिंह)। Rajasthan: राजस्थान सहित पांच राज्यों में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव व अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने शनिवार को अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय पदाधिकारियों की 38 सदस्यीय टीम में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस टीम में नए और पुराने चेहरों का समन्वय बैठाया गया है। नई टीम में 13 राष्ट्रीय सचिव, 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और 8 राष्ट्रीय महामंत्री बनाए गए हैं। यूपी से सबसे ज्यादा 6 नाम-सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर, रेखा वर्मा, लक्ष्मीकांत बाजपेई और विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर हैं। इनके अलावा राधामोहन अग्रवाल, अरुण सिंह को भी जिम्मेदारी दी गई है। Rajasthan
इस साल के आखिर तक एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मध्यप्रदेश से कैलाश विजयवर्गीय, सौदान सिंह व ओमप्रकाश धुर्वे को उनके पद पर बरकरार रखा गया है।
राजस्थान के तीनों पदाधिकारी बरकरार | Rajasthan
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी राजस्थान से तीन नेता शामिल किए गए हैं। तीनों नेताओं को पुराने पदों पर बरकरार रखा गया है। वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सुनील बसंल को राष्ट्रीय महामंत्री और डॉ. अल्का सिंह गुर्जर को राष्ट्रीय सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है। Rajasthan News
वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय स्तर पर किया एक्टिव
वसुंधरा राजे को विधानसभा चुनावों से ठीक पहले राष्ट्रीय टीम में उपाध्यक्ष बरकरार रखकर पार्टी में सियासी मैसेज दिया गया है। बीजेपी ने यह भी संकेत दिए हैं कि जनाधार वाले नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर एक्टिव किया जाएगा। वसुंधरा राजे को पिछले दिनों झारखंड भेजा गया था। राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले भी वे सभाएं कर रही हैं। पिछले दिनों कोटा में बड़ी सभा हुई थीं। राजे को अब राजस्थान के साथ दूसरे राज्यों में भी चुनावी टास्क दिए जाने की संभावना है। बीजेपी की रणनीति जनाधार वाले नेताओं को एक ही राज्य तक सीमित करने की बजाय उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर भी सक्रिय करने की है। पार्टी ने यह भी संकेत देने का प्रयास किया है कि राजस्थान में सामूहिक लीडरशिप में चुनाव लड़ा जाएगा।
वसुंधरा राजे पर इसलिए भरोसा जताया | Rajasthan
वसुंधरा राजे की गिनती भाजपा में जनाधार वाले नेताओं में की जाती है। राजस्थान में वे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनकी लीडरशिप में बीजेपी को दोनों बार ऐतिहासिक बहुमत मिला। साल 2003 में वसुंधरा राजे की अगुवाई में लड़े गए चुनाव में बीजेपी ने 200 में से 120 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। 2008 में बीजेपी हार गई, लेकिन उसे 78 सीटें मिली। 2013 में फिर वसुंधरा राजे की अगुवाई में बीजेपी ने राजस्थान के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा 163 सीटों पर जीत दर्ज की। 2018 के चुनावों में बीजेपी हारी, लेकिन उसकी सीटें 73 थीं।
वसुंधरा की लीडरशिप में अब तक चार चुनाव लड़े गए, जिनमें दो बार बीजेपी की सरकार बनी, दो बार बीजेपी हारी, लेकिन उसकी सीटें विपक्ष में भी 70 से कम नहीं हुई। यह भी फैक्ट है कि राजे की अगुवाई में लड़े गए चुनावों में दो बार बीजेपी सरकार बनी उस वक्त कांग्रेस की बुरी तरह हार हुईं। 2003 में कांग्रेस 56 सीटों पर और 2013 में 21 सीटों पर सिमट गई थी।
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