भिवानी। Pink Eyes: मानसून के मौसम के दौरान इन दिनों नागरिकों में आई फलू की समस्या बढ़ती जा रही है। आई फलू की यह बच्चों के साथ-साथ बड़ों की आंखों को मिल रही है। आई फलू (Eye Flu) की बढ़ती समस्या को देखते हुए भिवानी का स्वास्थय विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो चुका है तथा सावधानी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला भिवानी की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं पर दवाई उपलब्ध करवा दी गई है।
इस बारे में नेत्र विशेषज्ञ डा. नवीता यादव ने बताया कि हालही के कुछ दिनों से स्वास्थ्य संस्थाओं पर ऑखों की समस्या के जितने भी मरीज आ रहे हैं, उनमें से लगभग 70 प्रतिशत आई फलू के मरीज पाए जा रहे हैं। इस बीमारी में आखों का लाल होना, ऑखों में सूजन होना, ऑखों में रडक़ होना, ऑखों में पानी आना व ऑखों में डीड आना इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं।
यह बीमारी वायरल कन्जैकटीवीटी कहलाती है तथा इसके ठीक होने में एक सप्ताह से 10 दिन तक लग जाते हंै। इसलिए सभी अभिभावकों से अनुरोध हैं कि जिन बच्चों में इस बीमारी के लक्षण हैं, उन बच्चों को स्कूल में न भेजें, वहीं स्कूल प्रशासन से भी अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और ऐसे बच्चों को उनके घर भेज दें, ताकि स्कूल के दूसरे बच्चों को इस बीमारी से बचाया जा सके। वहीं इस बारे में सभी अभिभावकों से अपील है कि जिनको भी आई फ्लू है, वे सभी दूसरों से दूरी बना कर रखें क्योंकि यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने से भी फैलती है।
नेत्र विशेषज्ञ डा. नवीता यादव ने बताया कि आंखों की बीमारी छोटे-छोटे बच्चों में काफी ज्यादा फैल रही है। जिन लोगों की आंख दुखनी आई हुई है, उन्हें साबुन से हाथों को बार-बार धोते रहना चाहिए तथा आंखों पर काला चश्मा अवश्य लगा के रखना चाहिए। उन्होंने बताया की इस बीमारी का इलाज एंटीबायोटिक आई ड्राप्स से होता है जो कि मरीज को आखों में थोड़े-थोड़े समय में डालनी होती है। नेत्र चिकित्सक की सलाह लिए बिना कोई भी दवा आंखों में न डालें।