हॉट सिटी की कॉलोनियों में घुसा गंदा पानी, पटरी से उतरी बिजली सप्लाई
- राहत बचाव में जुटा गाजियाबाद प्रशासन, बाढ़ पीड़ितों की कर रहा हर संभव मदद
- कॉलोनी वासियों का कहना: 24 घंटे में आधे से एक घंटे मिल रही बिजली | Ghaziabad News
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। हरनंदी के रौद्र रूप को देखकर आसपास के निवासी डरे सहमे हुए है। हालाँकि गाजियाबाद (Ghaziabad) डीएम राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर गाजियाबाद प्रशासन लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से निकालने और राहत बचाव कार्य करने में मुस्तैदी से जुटा हुआ है। लोगों को राहत शिविर, खाना, पानी आदि की सुविधा मुहैया करा रहा है। लेकिन बाढ़ से प्रभावित कई कॉलोनियों में बिजली सप्लाई पटरी से उतर चुकी है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि 24 घंटे में बमुश्किल आधा या एक घंटे तक ही बिजली मिल रही है। 10-15 मिनट के लिए बिजली आती है और फिर सप्लाई बंद हो जाती है। Ghaziabad News
लोगों का आरोप है कि कान्हा उपवन पावर हाउस से कई पॉश इलाकों में बिजली सप्लाई होती है। यहां हिंडन का पानी भरा तो पावर हाउस को बंद कर दिया। राजनगर एक्सटेंशन जैसे इलाकों में यहां से सप्लाई होती थी। पावर हाउस बंद होने के बाद मोरटी से राजनगर एक्सटेंशन जैसे इलाकों में बिजली देने लगे ऐसे में नंदग्राम सिहानी, आदर्श नगर, सेवा नगर, मोरटा के हिस्से की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। बिजली सप्लाई बंद होने से पानी नहीं मिल रहा। बिजली न मिलने के कारण सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बंद पड़ा है। एसटीपी का गंदा पानी नंदग्राम के इलाकों में भर रहा। बीते 4 दिनों से नंदग्राम सिहानी, घूकना, आदर्श नगर, सेवा नगर, मोरटा मैं बिजली की दिक्कत बनी हुई है। Ghaziabad News
लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। वाटर एटीएम पर लंबी लाइन लग रही है। इधर नगर निगम जो पानी टैंकरों से भेज रहा है। लोग उसे गंदा बता रहे और पीने के लिए इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार सबसे खराब हालात नंदग्राम और सिहानी के बताए जा रहे हैं। यहां 3 से 4 घंटे में मात्र 10 से 15 मिनट के लिए बिजली आ रही है। नंदग्राम में कई वॉटर एटीएम भी लगे है। वहां सुबह से ही लंबी लाइन लग जाती है और जिनके यहां सबमर्सिबल लगा है, वे जनरेटर चलाकर लोगों को 15 रुपये में 20 लीटर पानी मुहैया करा रहे हैं। और वाटर एटीएम से 5 रुपये में 20 लीटर पानी जबकि ठंडा पानी 10 रुपये में 20 लीटर मिलता है। Ghaziabad News
पानी निकालने को किराये का जनरेटर भेजा, जिसमें डीजल नहीं था
नंद ग्राम कॉलोनी के लोगों ने बताया कि एसटीपी के आसपास की कॉलोनियों से गंदा पानी निकालने के लिए नगर निगम ने किराये का जनरेटर भेजा था। उसमें डीजल नहीं है, जिसकी वजह से चलाया नहीं गया। नंदग्राम की मुख्य सड़क पर ए-ब्लॉक के पार्क की दीवार बारिश में गिर गई। इससे मुख्य नाला भी ब्लॉक हो गया है और गंदा पानी सड़कों पर भरा है। बारिश होने के चलते गंदा पानी घरों में घुसा और अब बीमारियां फैलने के हालात बने हुए हैं। व्ही लोगों का आरोप, हमारी कॉलोनियों के हिस्से की बिजली पॉश इलाके में दे रहे। बिजली न मिलने से एसटीपी प्लांट भी बंद करना पड़ा।
एक फ़ीट घटा 15 घंटे में हिंडन काजल स्तर ,बारिश से फिर बढ़ने की आशंका
गाजियाबाद। हॉट सिटी में शुमार शहर गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहा हिंडन का पानी आखिर घटने लगा। लेकिन आज सुबह फिर से ही बारिश होने के चलते हिंडन नदी में पानी का स्टार फिर से बढ़ने की आशंका है। सोमवार रात करीब 10 बजे से मंगलवार दोपहर तक करीब 15 घंटे में हिंडन में पानी का स्तर करीब एक फुट तक कम हुआ। जहां पानी का लेवल कम हुआ है, वहां पंप से बाढ़ का पानी नगर निगम जलकल विभाग निकाला जा रहा है।
क्या बोले नगर निगम जलकल विभाग के जीएम | Ghaziabad News
नगर निगम के जलकल विभाग के जीएम आनंद त्रिपाठी ने बताया कि हिंडन के निचले इलाकों में करीब 10 पंप बाढ़ के पानी को हटाने के लिए लगाए गए हैं। और नंदिनी पार्क, करहेड़ा में जगह – जगह पंप लगाए गए हैं। पंपों मदद से बाढ़ ग्रस्त इलाकों से लगातार पानी को निकाला जा रहा है।
क्या बोले एडीएम फाइनेंस
एडीएम फाइनेंस बीके श्रीवास्तव ने बताया कि सिंचाई विभाग का अनुमान है कि बारिश नहीं हुई तो 24 घंटे में एक फुट पानी और कम हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक रेकॉर्ड में हिंडन में इस बार 48 वर्षों के बाद जिले में इतनी बाढ़ आई है। इसकी वजह से किसानों की फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। हिंडन के आसपास रहने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जिला प्रशासन राहत बचाव कार्य कर रहा है।
क्या बोले बिजली विभाग के मुख्य अभियंता | Ghaziabad News
बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर नीरज स्वरूप का कहना है कि कान्हा उपवन पावर हाउस बंद होने से रोस्टिंग से बिजली दी जा रही है। कोशिश कर रहे है कि हर इलाके में 8-10 घंटे की सप्लाई हो । फाल्ट की वजह से लंबा कट लग रहा। लोड बढ़ने पर कुछ देर के लिए सप्लाई बंद करनी पड़ती है। पानी सूखने के बाद ही हालात सामान्य होंगे।तभी निर्बाध सप्लाई मिल सकेगी।
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