Black Turmeric: हल्दी एक ऐसी चीज है जो हर किसी के घर में होती है, चाहे वो गरीब हो या अमीर हल्दी हर किसी के घर की रसोई में रहती है। हल्दी एक तरह का जरूरी मसाला है जो खाना बनाने बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
हल्दी का नाम लेते ही हमारे ध्यान में रसोई में रखी पीले रंग की हल्दी याद आती है। इसके बारे में बच्चे बच्चे को जानकारी है, लेकिन अगर हम आपको कहें कि काली हल्दी भी होती है तो शायद आप बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो जाओगे, लेकिन ये सच है कि काली हल्दी भी होती है। वैसे काली हल्दी के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। Black Turmeric
दरअसल हल्दी एक भारतीय वनस्पति है। हल्दी को आयुर्वेद में प्राचीनकाल से ही चमत्कारी जड़ी बूटी के रूप में मान्यता प्राप्त है। आयुर्वेद में हल्दी को एक महत्वपूर्ण औषधि कहा जाता है। भारतीय रसोई में हल्दी का महत्वपूर्ण स्थान है और धार्मिक रूप से इसे बहुत ही शुभ समझा जाता है। लेकिन आपने आमतौर पर सिर्फ पीले रंग की ही हल्दी देखी है लेकिन आज हम आपको काली हल्दी के बारे में बताएंगे। कहा जाता है की हल्दियों की प्रजातियों में काली हल्दी बहुत ही दुर्लभ पाई जाती है। यह हल्दी आम हल्दी की तुलना में काफी अलग दिखती है। इस हल्दी के पौधे में औषधीय गुण भरपूर मात्रा में होते हैं।काली हल्दी का उपयोग कैंसर जैसी बीमारी की दवाई बनाने के साथ साथ अन्य बीमारी की दवाई में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
बता दें कि काली हल्दी में पीली हल्दी से भी ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं, या यूं कहें कि ये स्वास्थ्य का एक खजाना है। इस हल्दी का रंग अंदर से बैंगनी होता है। इससे कई बीमारियों का इलाज हो सकता है। तो आइए आपको बताते हैं काली हल्दी के फायदे के बारे में…
काली हल्दी के ये हैं फायदे | Black Turmeric
माइग्रेन में फायदेमंद: माइग्रेन की परेशानी अधिकतर महिलाओं में देखने को मिलती है, लेकिन यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। इसमें सर के पीछे की ओर एक भाग में असहनीय दर्द होता है। माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति तेज आवाज और रोशनी से संवेदनशील है जाता है। वहीं काली हल्दी इससे राहत दिलाने का काम करती है। इस दर्द से राहत पाने के लिए आप काली ताजा हल्दी को पीसकर माथे पर इसका लेप कर लें।
डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों के लिए काली हल्दी किसी दवाई से कम नहीं है, दरअसल इसमें फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें करक्यूमिन भी होता है। ये सभी गुण इंसुलिन में सुधार करने की क्षमता रखते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल का स्तर सामान्य रहता है। ऐसे में अगर डायबिटीज के मरीज काली हल्दी का इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें भरपूर फायदा मिलेगा।
फेफड़ों की बीमारी: सांस संबंधी बीमारियों को दूर करने में काली हल्दी बहुत ही फायदेमंद साबित हुई है। इसमें एंटी इफ्लेमेट्री गुण पाया जाता है, जो सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करता है। इसका उपयोग आप पीली हल्दी की तरह ही कर सकते हैं।
हाई बीपी की समस्या होगी दूर: हाई बीपी की समस्या में काली हल्दी आपको काफी फायदा पहुंचा सकतीं हैं। ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है। इसमें मौजूद करक्यूमिन में एंटीआॅक्सीडेंट और एंटी इफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड फ्लो को दूर करते हैं और आॅक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
महिलाओं के दर्द में फायदेमंद: कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द होता है जिसे वे सहन नहीं कर पाती। ऐसे में काली हल्दी का सेवन उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी इनफ्लेमेट्री गुण इस दर्द को राहत पहुंचा सकता है। इसके लिए आप गर्म दूध में काली हल्दी के पाउडर को मिला कर पी सकती हैं।
पाचन संबंधी बीमारी होगी दूर: काली हल्दी गैस्ट्रिक समस्याओं से छुटकारा दिलाने का काम करती है। गैस,सूजन, हिचकी, अपच, अल्सर गैस्ट्रिक इशू है। कई बार असंतुलित दिनचर्या और खानपान की वजह से यह समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसे छुटकारा पाने के लिए काली हल्दी का सेवन कर सकते हैं, दरअसल इसमें फाइबर की मात्रा होती है जो पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक कर सकती है।
चोट या घाव: काली हल्दी किसी भी तरह की चोट या घाव को भरने में मदद करती है। अगर आपको किसी तरह की चोट मोच या घाव हो जाए तो आप काली हल्दी का लेप बनाकर उसे अपने घाव पर लगा सकते हैं, इससे आपकी चोट जल्दी ठीक हो जाएगी।
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