व्यय मामले में दूसरे स्थान पर राजस्थान | Jal Jeevan Mission
जयपुर। अभी तक कुल 5 लाख 40 हजार जल कनेक्शन जारी कर राजस्थान देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। इतना ही नहीं, जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) में 17 हजार 578 करोड़ रूपए खर्च कर प्रदेश का देश में दूसरा स्थान रहा है। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 2,902 करोड़ रूपए व्यय हुए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने मंगलवार को जल भवन में हुई जेजेएम की समीक्षा बैठक में ये आंकडे पेश किए। उन्होंने बैठक में बताया कि मिशन के तहत अभी तक 44 लाख 49 हजार जल कनेक्शन हो चुके हैं।
डॉ. अग्रवाल ने जल कनेक्शन की गति बढ़ाने के निर्देश देते हुए अधिशाषी अभियंता के स्तर पर निरंतर समीक्षा करने को कहा। उन्होंने पीएचईडी रीजन वाइज अधीक्षण अभियंताओं से प्रगति की जानकारी भी ली। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने विभिन्न रीजन की अलग से वीसी कर एफएचटीसी की प्रगति की समीक्षा करने एवं विशेषकर उदयपुर, बांसवाड़ा एवं डूंगरपुर जिलों में एफएचटीसी की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में जनवरी से मार्च 2023 तक तीन महीनों में प्रदेश में 7 लाख 34 हजार 715 जल कनेक्शन किए गए थे।
इस वित्तीय वर्ष में भी यही गति बरकरार रही तो राजस्थान जल कनेक्शन के मामले में काफी ऊपर आ जाएगा। उन्होंने जयपुर, अजमेर, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर एवं भरतपुर को भी एफएचटीसी की गति बढाने के निर्देश दिए। बैठक में जल गुणवत्ता परीक्षणों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। डॉ. अग्रवाल ने जीवाणु प्रदूषित एवं रसायनिक स्रोतों के उपचारात्मक उपाय, आंगनबाडी केन्द्रों, विद्यालयों, घरेलू जन कनेक्शनों के साथ ही ग्रामवार जल स्रोतों के गुणवत्ता परीक्षण, महिलाओं को एफटीके प्रशिक्षण आदि के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर एमडी जल जीवन मिशन अविचल चतुवेर्दी, मुख्य अभियंता (जल जीवन मिशन) आर. के. मीना, मुख्य अभियंता (विशेष परियोजना) दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (तकनीकी) दलीप गौड, मुख्य अभियंता (जोधपुर) नीरज माथुर सहित प्रदेश भर के पीएचईडी रीजन एवं प्रोजेक्ट्स से जुड़े अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता शामिल हुए।
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