मुंबई (एजेंसी)। Harmanpreet Kaur News: बंगलादेश के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच (Cricket) के दौरान मैदान पर उजड्ड बर्ताव करने और प्रेजेंटेशन में अंपायरों की तीखी आलोचना के कारण भारतीय महिला टीम (India Women) की कप्तान हरमनप्रीत कौर एशियाई खेलों के क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल से बाहर रह सकती हैं। क्रिकबज की ओर से सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) हरमनप्रीत को चार डिमेरिट अंक देने वाला है, जिसके कारण उनपर दो सीमित ओवर मैचों का प्रतिबंध लगेगा। Board of Control for Cricket in India
क्या है माजरा | Harmanpreet Kaur News
आईसीसी आचार संहिता नियमों के अनुसार, “जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या अधिक डिमेरिट अंक प्राप्त करता है, तो उसे निलंबन अंकों में बदलकर (खिलाड़ी पर) प्रतिबंध लगाया जाता है। दो निलंबन अंक मिलने पर एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये प्रतिबंध लगाया जा सकता है।” भारतीय महिला टीम अपना अगला मुकाबला एशियाई खेलों में खेलेगी। आईसीसी रैंकिंग के आधार पर भारतीय टीम को सीधा क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिला है। चार डिमेरिट अंक मिलने पर हरमनप्रीत क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल से बाहर रह सकती हैं। इसका अर्थ यह है कि अगर भारत फाइनल तक सफर करता है तो हरमनप्रीत सीधा खिताबी मुकाबले में मैदान पर उतरेंगी।
उल्लेखनीय है कि मीरपुर के शेर-ए-बंगला स्टेडियम पर खेले गये मुकाबले में पगबाधा आउट दिये जाने के फैसले से निराश हरमनप्रीत ने विकेटों पर अपना बल्ला दे मारा था और पवेलियन लौटते हुए उनकी अंपायर के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई थी। यह मैच अंतत: टाई रहा और तीन मैचों की शृंखला 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई। Harmanpreet Kaur News
हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा था कि वह अगले बंगलादेश दौरे पर ध्यान रखेंगी कि उन्हें मेजबान टीम के अलावा “इस तरह की अंपायरिंग” का भी सामना करना है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, मैदान पर किये गये बर्ताव के लिये हरमनप्रीत को तीन डिमेरिट अंक मिलेंगे, जबकि प्रेजेंटेशन में अंपायरों की आलोचना के लिये उन्हें एक डिमेरिट अंक मिलेगा।
मैच अधिकारियों ने आईसीसी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पास अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है। प्रतिबंधों की घोषणा हो जाने के बाद हरमनप्रीत के पास अपील करने का अधिकार है, जिस स्थिति में आईसीसी का मैच रेफरी मामले की सुनवाई करेगा।