बाढ़ की मार: घग्गर का जलस्तर कम हुआ, कई गांवों पर मंडरा रहा संकट
- एसडीएम व डीएसपी मौके पर पहुंचे, सेवादारों के सेवाभाव को सराहा | Sirsa Flood
सरसा/ओढां (सच कहूँ/राजू)। पंजाब के साथ लगते हरियाणा के गांव रंगा में घग्गर नदी (Ghaggar River) के तटबंधों से रह-रहकर मिट्टी के तोंदे गिरने के चलते गांव पर खतरा मंडरा रहा है। हालांकि नदी का जलस्तर कुछ घटा है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। शनिवार रात्रि व रविवार सुबह तटबंध के एक हिस्से में करीब 15 फुट का कटाव आ गया। जिसके बाद लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया। प्रशासन ने लोगों की सहायता से तटबंध के साथ एक बांध और बनाना शुरू करवाया। Sirsa Flood
इस कार्य में बड़ी संख्या में ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए और बांध बनाने का कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया। वहीं सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार मौके पर पहुंच गए और मिट्टी के थैले भर-भरकर तटबंध में हुए कटाव को रोकने का कार्य शुरू किया। इस दौरान पानी का बहाव तीव्र होने के चलते सेवादारों को परेशानी आई, लेकिन उन्होंने किसी तरह की परवाह किए बगैर बांस गाड़कर मिट्टी के काफी थैलों को जाल में बांधकर लगाते हुए तटबंध का कटाव भर दिया। इस कार्य में सेवादार कमर मेंं रस्से बांधकर गहरे पानी में उतरे और कटाव को आगे बढ़ने से रोकते हुए लकड़ी की जालियां व मिट्टी से भरे बैग लगाए। Sirsa Flood
कटाव से पूर्व बांध काफी मजबूत था, लेकिन पानी के तीव्र बहाव के आगे मिट्टी खिसकने से करीब 60 फुट के क्षेत्र में तटबंध कमजोर हो गया। ऐसे में इस कटाव को रोकने के अलावा ग्रामीणों व डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों की सहायता से एक और बांध तैयार किया गया है, ताकि अगर उक्त जगह से तटबंध टूटा तो दूसरा बांध पानी को रोक सके। सूचना के बाद एसडीएम सुरेश रविश व डीएसपी गुरदयाल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद डेरा सच्चा सौदा से 85 मैंबर राकेश बजाज इन्सां व ब्लॉक रोड़ी के प्रेमी सेवक पवन इन्सां से जानकारी लेते हुए डेरा के सेवादारों के सेवा के जज्बे की सराहना की।
स्वयं की जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने में जुटे सेवादार | Sirsa Flood
तटबंध मजबूत करते समय अचानक मिट्टी खिसकने से सेवादार बाल-बाल बच गए। जिसके बाद सेवादारों ने इलाही नारे के साथ नए सिरे से मिट्टी से भरे थैलों को प्लास्टिक के जाल में डालकर कटाव में लगाना शुरू किया। पानी गहरा व बहाव तीव्र होने के बावजूद भी सेवादार स्वयं की जान जोखिम में डालकर बचाव कार्य में जुटे रहे। सेवादारों के इस जज्बे को देखकर वहां पर मौजूद विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों व पंचायतों ने सराहना करते हुए कहा कि डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी जो भी काम करते हैं वो पूरी लगन व नि:स्वार्थ सेवा भाव से करते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर ये सेवादार न होते तो पानी गांव में घुस जाता और बड़ा नुकसान हो सकता था। 85 मेंबर राकेश बजाज इन्सां ने बताया कि शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार पिछले 6 दिनों से बचाव एवं राहत कार्य में जी-जान से जुटे हुए हैं। सेवादार तटबंधों को मजबूत करने के अलावा बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के लिए खाने-पीने व मेडिकल सुविधा सहित अन्य सेवाएं दे रहे हैं। Sirsa Flood
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