जाने एक्सपर्ट के टिप्स | Kanwar Yatra
(सच कहूँ/सन्दीप दहिया)। शिवरात्रि के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और अन्य कुछ प्रदेशो में कावंड़ यात्रा (Kanwar Yatra) अपने पूरे जोशो शबाब पर है। इसमें शिव भक्त कावंड़िया पैदल चलकर, कष्ट सहकर हरिद्वार और गोमुख से गंगाजल की कावंड़ लेकर आते है। कांवड़ यात्रा के दौरान कावंड़िया किस प्रकार से अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए सुरक्षित तरीके से कांवड़ ला सकते है इस बारे में फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर कुमार प्रीतम और वीना कठपालिया द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए गए।
यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व सावधानी और तैयारियां | Kanwar Yatra
डॉ कुमार प्रीतम और वीना कठपालिया ने बताया कि लंबी यात्रा करना काफी कठिन कार्य होता है जिसमें शरीर का काफी ध्यान रखना होता है । यात्रा की तैयारी से पहले शरीर को और शारीरिक रूप से तैयार करे। कम से कम 1 महीने पहले से रोजाना 3 से 5 किमी पैदल चलने का अभ्यास करें। हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। नमक एवं शुगर का बॉडी में बैलेंस रखें । पानी सही मात्रा में लें। हरी पत्तेदार सब्जी एवं जूसी फ्रूट्स का सेवन बढ़ा दें। जाने से पहले यात्रा पर एक बार अपना ब्लड प्रेशर, शुगर, और बॉडी की आवश्यक जांच करानी चाहिए।
यात्रा में लेकर जाए ये जरूरी सामान
डॉक्टर कुमार प्रीतम एवं डॉक्टर वीना कठपालिया ने बताया कि यात्रा के समय कावड़ियों को सेहत संबंधी सामान जरूर लेकर जाना चाहिए जिसमें दो क्रीप बैंडेज, दर्द एवं बुखार की दवा,इलेक्ट्रोलाइट पाउडर, कोटनगेज पीस और एंटीबायोटिक और डेटोल शामिल हुई चाहिए।
यात्रा के दौरान जरूरी सावधानियां
पसीनायुक्त कपड़े बदलकर सोए
कांवड़ यात्रा के दौरान शरीर से अत्यधिक मात्रा में पसीना निकलता है। रात्रि में आराम करने से पहले कपड़ों को बदल कर सोए। वरना ज्यादा देर तक गीले कपड़ों या पसीनायुक्त कपड़ो में रहने से शरीर में एलर्जी और खासी जुकाम की समस्या हो सकती है।
तुरंत ना नहाए | Kanwar Yatra
कांवड़ यात्रा में कही भी रुककर तुरंत नहाने की गलती कभी नहीं करें। इससे आपको नुकसान हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि कुछ देर पसीने को सूखने दें। जिसके कुछ देर बाद आप स्नान लें और फिर एसी या कूलर में बैठने की गलती ना करें।
यात्रा सफल होने के पश्चात शारीरिक बदलाव में होने वाली समस्याओं का समाधान
कांवड यात्रा के सफल होने के पश्चात शरीर में बहुत से बदलाव आते है अनेको समस्याएं उत्त्पन्न होती है जिनमे सबसे अधिक समस्या पैरों में दर्द व सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, हल्का बुखार और थकावट, हड्डियों में जलन की तरह दर्द होना होता है।
कैसे करें इन सब समस्याओं का समाधान
सूजन और दर्द के लिए बर्फ की सिकाई करे। पहले 3 दिन शरीर को पूरा आराम दे। पानी की मात्रा इलेक्ट्रोलाइट बॉडी को ज्यादा दें । हल्का भोजन करें। एक सप्ताह तक भरपूर मात्रा में नींद ले । मानसिक तनाव से बचें। आरामदायक कपड़े और जूते पहने। विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन करे। यदि एक सप्ताह से ज्यादा दर्द हो तो तुरंत फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह ले। Sawan Kanwar Yatra
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