डीसी ने गांव आलमगीर, सरसीनी और खजूर मंडी में बाढ़ प्रभावित लोगों से की मुलाकात
- घग्गर नदी का गैप जल्द भरा जाएगा: आशिका जैन | Punjab Flood
आलमगीर/डेराबस्सी (सच कहूँ/एम.के. शायना)। जिला मोहाली निवासियों को चार दिन बाद बारिश (Rain) से थोड़ी राहत मिली है। डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने मंगलवार को कहा कि घग्गर के आलमगीर बांध में आई दरार की जल्द मुरम्मत की जाएगी। उन्होंने कहा कि पानी धीरे-धीरे कम होने लगा है। अब सिर्फ खेत ही बाढ़ के पानी में डूबे हैं, जबकि घर सुरक्षित हैं। Punjab Flood
वह एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग, एडीसी (यूडी) दमनदीप सिंह मान और एसडीएम हिमांशु गुप्ता के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर पानी से घिरे खजूर मंडी गांव के लोगों से मिलने पहुंचे और उन्होंने लोगों का हौसला बढ़ाया। एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग, एडीसी (यूडी) दमनदीप सिंह मान और एसडीएम हिमांशु गुप्ता ने उनके साथ आलमगीर, सरसिनी और खजूर मंडी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कहा कि आसपास के गांवों में धान की फसल डूबने से कोई नुकसान नहीं हुआ है। इसलिए क्योंकि इन गांवों के लोगों को बांध की स्थिति और घग्गर में पानी बढ़ने से पैदा होने वाली स्थिति के बारे में पहले से ही जानकारी थी।
उन्होंने कहा कि लोगों को पानी के बढ़ते प्रवाह के कारण संभावित अंतराल से आगाह करना है। डीसी ने कहा कि पिछले तीन दिनों से इसकी घोषणा की जा रही थी। उन्होंने कहा कि इसी वजह से इन गांवों के लोग पहले से ही स्तर्क थे और प्रशासन के समन्वय से सभी लोगों को समय पर बचा लिया गया। उनमें से कुछ को लालडू में स्थापित राहत शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि कुछ ने अपने गांवों में सुरक्षित स्थानों पर रह गए। उन्होंने कहा कि इस अंतर के कारण आसपास के गांव आलमगीर, साधनवाला, डांडेहरा, खजूर मंडी, तिवाना, बहोरा और बहोरी आदि भी प्रभावित हुए हैं। Punjab Flood
डीसी आशिका जैन ने की एनडीआरएफ और सेना द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना
डीसी आशिका जैन ने क्षेत्र के निवासियों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और सेना द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में एनडीआरएफ और सेना के जवानों को जिले के अन्य स्थानों जैसे राकोली, रुड़का, गुलमोहर सिटी एक्सटेंशन, डेराबस्सी में तैनात किया गया है। प्रशासन ने क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाने के लिए अनुकरणीय सहयोग दिया है। Punjab Flood
उन्होंने यहां राहत एवं बचाव कार्य में लगे राजस्व एवं ग्रामीण विकास अधिकारियों को उनके घरों में रहने वाले निवासियों को पेयजल एवं अन्य खाद्य पदार्थों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने तक एनडीआरएफ और सेना के जवान यहीं तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि सड़कों पर पानी भर गया है, इसलिए पानी का स्तर कम होने के बाद यातायात फिर से शुरू किया जाएगा। तब तक ट्रैक्टरों के माध्यम से राहत एवं चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
वहीं एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने कहा कि पुलिस कर्मियों को जिला प्रशासन के प्रयासों में पूरे दिल से सहयोग करने का निर्देश दिया गया है ताकि बचाव कार्यों में जनशक्ति की कोई कमी न हो। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी स्थिति पर नजर रखने के अलावा नागरिक प्रशासन के साथ अन्य बचाव एवं राहत कार्यों में भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने पानी से घिरे सिरसिनी गांव के सरपंच और खजूर मंडी के लोगों से बातचीत की और प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। Punjab Flood
डीसी ने आलमगीर, सरसिनी और खजूर मंडी का दौरा करते हुए क्षेत्रवासियों को प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया और कहा कि एसडीएम डेराबस्सी हिमांशु गुप्ता ने स्थिति का जायजा लिया है और साथ ही तिवाना बांध को मजबूत करने के चल रहे काम का भी जायजा लिया है। जिन्होंने वहां पिछले कुछ दिनों से डेरा डाला हुआ है।
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