2000 Rupee Note Exchange: 2000 रुपये के नोट बदलने के खिलाफ डाली गई याचिका आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)) में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस ने कहा कि रिजर्व बैंक का फैसला नीतिगत मामला है। हम इस पर दखल नहीं देंगे। इसलिए यह याचिका को खारिज किया जाता है। आपको बता दें कि बिना पहचान पत्र दिखाए 200 रुपये के नोट बदलने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए यह याचिका को खारिज कर दिया है।
क्या है मामला | 2000 Rupee Note
आपको बता दें कि अश्विनी उपाध्याय की इस याचिका में कहा गया है कि 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम के 2 हजार के नोट भ्रष्टाचारियों या देश विरोधियों के पास होने की आशंका है। ऐसे में बिना पहचान पत्र देखने नोट बदलने से ऐसे तत्वों को फायदा हो रहा है। याचिका कर्ता के अनुसार भारत में आज ऐसा कोई परिवार नहीं है, जिसके पास बैंक अकाउंट न हो। अर्थात दो हजार रुपये के नोट सीधे बैंक खातों में जमा होने चाहिए। गौरतलब हैं कि रिजर्व बैंक भी इस याचिका का विरोध कर चुका है।
अगर आपके घर में रखा है 2 हजार का नोट तो यह खबर आपके लिए
19 मई को, भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणा की कि 2000 रुपये के नोट चलन से वापस ले लिए जाएंगे। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने कहा कि वे वैध मुद्रा बने रहेंगे और लोग 2000 रुपये के नोट अपने बैंक खातों में जमा कर सकते हैं और/या किसी भी बैंक शाखा में अन्य मूल्यवर्ग के नोटों के बदले उन्हें बदल सकते हैं। आरबीआई ने 30 सितंबर, 2023 तक बैंक नोट जमा करने या बैंकों में उन्हें बदलने का समय दिया है। आरबीआई गर्वनर शशिकांत दास ने कहा कि दो रुपये के नोट बैंकों में जमा करने से लोगों को कई तरह का फायदा मिलेगा।
आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि प्रवाह में वृद्धि से बैंक जमा वृद्धि को मौजूदा 10.9 प्रतिशत से बढ़ावा मिलेगा और प्रचलन में मुद्रा (सीआईसी) कम हो जाएगी, जो 26 मई को समाप्त सप्ताह में घटकर 365 अरब रुपये रह गई। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में भारत के अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता ने रॉयटर के हवाले से कहा, सीआईसी में गिरावट का कुछ हिस्सा 2,000 रुपये के नोट एक्सचेंज को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
खाते में जमा करवाने की कोई लिमिट नहीं | 2000 Note Exchange
आमजन के मन में गुलाबी नोटों को लेकर कई प्रकार के सवाल अभी भी कुलबुला रहे हैं। जहां स्पष्ट करना जरूरी है कि इन नोटों को जमा करवाने के लिए आपके खाते में किसी भी प्रकार की कोई लिमिट निर्धारित नहीं की गई है। सिर्फ आपके खाते में आधार कार्ड व पैन कार्ड अपडेट होना जरूरी है। इसे बैंक की भाषा में केवाईसी या ग्राहक को जानो कहते हैं।
अर्थव्यवस्था की मुद्रा जरूरतों को पूरा करने के लिए लाया गया था यह नोट
गुलाबी नोट यानी 2000 के नोट को नवंबर 2016 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक्ट 194 की धारा 24(1) के तहत जारी किया गया था। इस नोट का मुख्य उद्देश्य उस समय अवैध मुद्रा करार दिए गए 500 और 1000 के नोटों को वापस लेने के बाद देश की अर्थव्यवस्था की मुद्रा जरूरतों को पूरा करना था। ताकि एक बड़ी कीमत के नोट के साथ इसकी जल्द से जल्द भरपाई की जा सके। इस उद्देश्य की पूर्ति होने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2018-19 वित्त वर्ष के बाद से ही तो गुलाबी नोटों की प्रिंटिंग बंद कर दी थी।
2000 Rupees Note: जाने गुलाबी नोटों को लेकर क्यों बेचैन है लोग ?