देहरादून (एजेंसी)। उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा ज्योति रौतेला के नेतृत्व में शुक्रवार को अंकिता भण्डारी (Ankita Murder Case) हत्याकाण्ड की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने, रिसार्ट में आने वाले वीआईपी के नाम का खुलासा तथा दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क स्थित गांधी प्रतिमा के सम्मुख धरना दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उपस्थित कार्यकतार्ओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंकिता हत्याकाण्ड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला तथा देवभूमि उत्तराखंड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है। इसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए, ताकि इस प्रकार के अपराध करने वालों के लिए एक नजीर साबित हो। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही हैं। Ankita Murder Case
घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए | Dehradun News
माहरा ने कहा कि भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता के साथ हुई जघन्य घटना के उपरान्त जिस प्रकार रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया, उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा रिसॉर्ट पर बुल्डोजर फिराने के आदेशों से इनकार किया जा रहा है तथा भाजपा सरकार सबूत नष्ट करने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने कहा कि इस जघन्य आपराधिक घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए जिसके लिए कांग्रेस पार्टी इस जघन्य हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराने की मांग करती है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने इस जघन्य हत्याकाण्ड के सबूतों को नष्ट करने का काम किया है। अंकिता हत्याकाण्ड जैसे जघन्य अपराध राज्य में महिला सुरक्षा के लिए गम्भीर चिन्ता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। पर सरकार के कान में जॅू तक नही रेंग रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता के पुत्र का रिसॉर्ट होने के चलते राज्य सरकार द्वारा शुरूआत से ही इस जघन्य अपराध की घटना पर पर्दा डालने का काम किया गया। Ankita Murder Case
सरकार के दबाव में पहले राजस्व पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने में हीला हवाली की गई तथा इसके उपरान्त रेगुलर पुलिस द्वारा लापता हुई युवती की चार दिन तक भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उन्होंने कहा कि जब कभी भी ऐसी घटना होती है तो उस स्थान को सील कर दिया जाता है परन्तु रात के अंधेरे में सबूतों को नष्ट करने का काम किया गया।
रावत ने कहा कि जिस वीआईपी के नाम पर अंकिता हत्याकाण्ड को अंजाम दिया गया उसके नाम का भी खुलासा करने में सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन कतरा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार कहती आ रही है कि भाजपा शासन में प्रदेश में भय का वातावरण बना हुआ है। आज राज्य की महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा पार्टी इस जघन्य हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराने की मांग करती है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि अंकिता की निर्मम हत्या के बाद अपराधी को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके।
एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसीटीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य कोर्ट में महत्वपूर्ण हो सकते थे। अपराधियों के मोबाइल और उनके संरक्षकों के मोबाइल गायब बताए गये हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार वीआईपी का नाम सार्वजनिक नही कर पाई है। इससे साफ है कि सरकार की नियत ठीक नही है। उन्होंने कहा जब तक अंकिता को न्याय नही मिल जाता, तब तक महिला कांग्रेस सरकार के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी।
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