Hisar News/संदीप सिंहमार। शहर की महावीर कॉलोनी में सीवरेज पाइप लाइन खुदाई करने के दौरान मिट्टी ढहने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत (accident) हो गई। जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए महाराजा अग्रसेन नागरिक अस्पताल इमरजेंसी में दाखिल करवाया गया है। दरअसल बारिश आने से पहले ही शहर की महावीर कॉलोनी में बदहाल लाइन बदहाल स्थिति में है। सीवरेज लाइन को दुरुस्त करने के लिए आंदोलन भी चल रहा है।
शुक्रवार सुबह ठेकेदार के माध्यम से 5 मजदूर महावीर कॉलोनी के तिकोना पार्क के नजदीक शिविर पाइपलाइन की साईड से खुदाई कार्य में लग गए। इस दौरान मिट्टी ढहने से तीन मजदूर रमेश, मोनू व बलजीत मिट्टी के नीचे दब गए। आसपास के लोगों ने मोनू व बलजीत को तो तुरंत बचा लिया। लेकिन रमेश को जेसीबी की मदद से करीब आधे घंटे बाद बाहर निकाला गया। उसे तुरंत नागरिक अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मजदूर रमेश को मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही नगर निगम के अधिकारी, जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी विभाग के अधिकारी व पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मृतक मजदूर रमेश के शव को अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी हैं।
बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कर रहे थे मजदूर | Hisar News
सीवरेज की सफाई,कुओं की सफाई या फिर क्योंकि खुदाई का कार्य हो इस दौरान काम करने वाले मजदूरों के लिए सुरक्षा उपकरण के मानदंड तय किए गए हैं,जिनमें हेलमेट में ऑक्सीजन सिलेंडर शामिल है। ज्यादा गहरा कार्य होने पर मौके पर एंबुलेंस भी तैनात की जाती है। लेकिन जब भी कभी ऐसा दर्दनाक हादसा होता है। वहां सुरक्षा उपकरणों को लेकर लापरवाही मिलती है।
हिसार की महावीर कॉलोनी में सीवरेज खुदाई के दौरान जो दर्दनाक हादसा हुआ, उसकी वजह भी ठेकेदार की लापरवाही है। यहां काम करने वाले पांचों मजदूरों को किसी भी प्रकार का सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए गए थे। यह तो शुक्र है की खुदाई कार्य में उस वक्त तीन मजदूर अंदर से दो बाहर थे। बाहर होने के कारण दो मजदूरों को किसी भी प्रकार की कोई चोट नहीं आई। आए दिनों होने वाले ऐसे मामलों को लेकर विभाग को कड़े नियम बनाते हुए सुरक्षा उपकरणों को अनिवार्य करना चाहिए। ताकि अपनी आजीविका की तलाश में आने वाले किसी भी मजदूर भी मौत ना हो।