गांववासियों ने प्रशाासन से उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की
- वाटर वर्कस की डिग्गीयों की सफाई न होने से बीमारियां फैलने का डर
अबोहर (सच कहूँ न्यूज)। निकटवर्ती गांव कल्लरखेड़ा (Kallarkhera) के वाटर वर्क्स की डिग्गी में साफ सफाई न होने के चलते यहां पर सैंकडों मछलियां मर गई हैं जिससे ग्रामीणों में भारी रोष पाया जा रहा है। गांववासियों ने प्रशाासन से उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। वहीं गांव की पंचायत सदस्यों का यह आरोप है कि उन्हें पिछलें कई वर्षों से वाटर वर्कस की डिग्गीयों के सफाई हेतू सरकार की ओर से फंड ही नहीं मिला है। जिसके कारण न सफाई हुई और न ही वे इन डिग्गियों की मुरम्मत करवा पाए। Abohar News
जानकारी देते हुए गांववासियों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से गांव में वाटर वर्क्स का पानी सप्लाई नहीं हो रहा है। जिसके कारण गांववासियों को दूर दराज से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। गांववासियों ने बताया कि बीते कुछ समय से वाटर वर्क्स के पानी में गंदगी, कूड़ा कर्कट पड़ा हुआ है, जिसकी सफाई नहीं हुई है। अब बीते कुछ दिनों से वाटर वर्क्स की डिग्गियों में मछलियां मरना शुरू हो गर्इं और इनसे बदबू उठने लगी है। यही नहीं यहां मरी मछलियां देख कर उन्हें खाने डिग्गी में उतरे कुत्ते भी दलदल में फंस कर मर गये और उनके कंकाल भी अब डिग्गियों में तैर रहे हैं।
कुल मिलाकर देखा जाए तो कोई सफाई नहीं हो रही। वाटर वर्क्स के कर्मचारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों ने बताया कि मरी हुई मछलियां, कुत्तों के कंकाल वाला पानी यदि गांव में सप्लाई हुआ तो बीमारियां निश्चित तौर पर फैल जाएंगी और इसकी जिममेवारी किसकी होगी। गांव के लोगों ने बताया कि जब उन्होंने पंचायत के समक्ष यह मुद्दा उठाया तो पानी सप्लाई भी बंद कर दी गई, जबकि सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया गया। गांववासियों ने प्रशासन से उनहें साफ पानी मुहैया करवाने और डिग्गियों की सफाई व मरम्मत करवाने की मांग की है। Abohar News
20 वर्षों से डिग्गियों की नहीं हुई सफाई: प्रतिनिधि | Abohar News
गांव के सरपंच से तो बात नहीं हो पाई। लेकिन मेंबर पंचायत लक्ष्मी देवी के पति एवं प्रतिनिधि हरिकृष्ण ने बताया कि बीते 20 वर्षों से डिग्गियों की कोई सफाई नहीं हुई। उनकी पंचायत को अब तक इस संबंध में कोई फंड भी नहीं मिला है। जिसके कारण सफाई व मरम्मत नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से वाटर सप्लाई भी बंद कर दी गई है ताकि गांव के लोगों को कोई परेशानी न हो।
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