औगाडौगू (एजेंसी)। terrorist attack: बुर्किना फासो में दो आतंकवादी हमलों में आठ सैनिकों और 33 स्वयंसेवकों सहित 41 लोग मारे गए है। सेना ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि मंगलवार को मौहौन प्रांत में तिया के पास एक सैन्य इकाई पर घात लगाकर हमला किया गया। सैन्य इकाई ने इसका जवाब दिया और 30 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ में आठ सैनिक मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए। सेना ने कहा कि स्वयंसेवकों ने लगभग 50 आतंकवादियों को मार गिराया और बड़ी मात्रा में उपकरण बरामद किए। संघर्ष के दौरान 33 स्वयंसेवकों की मौत हो गई। terrorist attack
जानें विदेश का घटनाक्रम
केन्या में सड़क दुर्घटना में 48 लोगों की मौत
केन्या के केरिचो काउंटी के लोंडियानी शहर में एक सड़क दुर्घटना में कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। क्षेत्रीय पुलिस कमांडर टॉम ओडेरा ने शुक्रवार को द स्टार समाचार पत्र के हवाले से कहा कि दुर्घटना के बाद कुल 48 शव बरामद किए गए। समाचार पत्र के अनुसार दुर्घटना एक व्यस्त रास्ते पर हुई, जब एक ट्रक ने अपना नियंत्रण खो दिया और कई वाहनों और पैदल यात्रियों को टक्कर मार दी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दुर्घटना में 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ओडेरा ने कहा, बचाव अभियान जारी है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
स्वीडन में कुरान की प्रति जलाने वाले व्यक्ति को इराक को सौंपा जाये
इराक की सरकार ने स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सेंट्रल मस्जिद के बाहर कुरान की प्रति को फोड़ने और जलाये जाने व्यक्ति को उसे सौंपने को कहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस बीच इराक की सरकार ने स्वीडन से कहा है कि कुरान फाड़ने वाले को उसे सौंप दिया जाये। इराक की सरकार का कहना है कि अभियुक्त इराक का नागरिक है इसलिए इराकी कानून के हिसाब से उस पर मुकदमा चलना चाहिए।
इराक में स्वीडिश दूतावास पर भी सुरक्षा बढ़ गई है। अब स्वीडन के प्रधानमंत्री ने विरोध प्रदर्शनों पर अपनी बात रखी है। उल्लेखनीय है कि स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सेंट्रल मस्जिद के बाहर 28 जून को एक व्यक्ति ने कुरान की एक प्रति को फाड़ा और जला दिया था।
जापान में मूसलाधार बारिश के कारण 20 हजार लोगों को निकाला जाएगा
दक्षिण-पश्चिमी जापान के तीन प्रान्तों में मूसलाधार बारिश के कारण 20,000 से अधिक लोगों को घर खाली करने की सलाह दी गयी है। जापानी मीडिया ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक फुकुओका, सागा और ओइता प्रांतों ने खतरे के पांच संभावित स्तरों में से चौथे स्तर की घोषणा की है। दक्षिण-पश्चिमी जापान में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा पैदा हो गया है।
Road Accident: आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दो गाड़ियां भिड़ीं, तीन की मौत