मृतक युवक के घर तक पहुंचने में रिश्तेदारों को हुई परेशानी | Noida News
- युवक की शव यात्रा भी सड़क पर भरे पानी के बीच मजबूरन निकाली गई
नोएडा (सच कहूँ न्यूज)। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा बार-बार आश्वासन के बाद भी शर्मा मार्केट गली नंबर 2 हरौला में पानी भरने की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। बृहस्पतिवार को उक्त रास्ते के पास बने मकान में एक युवक की मौत हो गई, वहीं आने वाले रिश्तेदारों और आसपास के लोगों को घुटने घुटने पानी में गुजर कर उसके घर तक पहुंचने में सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशानी हुई। Noida News
इतना ही नहीं कांग्रेसी नेता जितेंद्र उर्फ जीतू की शव यात्रा में भी भरे पानी के बीच निकाली गई।
गौरतलब है कि ग्राम हरौला की गली नंबर 2 शर्मा मार्केट के मेन रास्ते में जो कि गांव में सबसे बड़ा रास्ता है आए दिन पानी भरने की समस्या से वहां से गुजरने वालों को काफी परेशानी होती है। इस संबंध में ग्रामवासी पूर्व में नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के अलावा अन्य अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं। इसके बाद भी समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है।
बृहस्पतिवार की सुबह से ही उस रास्ते में घुटने घुटने पानी भर जाने से काफी घरों के आगे तक पानी पहुंच गया। वहां रहने वाले युवक जितेंद्र उर्फ जीतू नामक की मृत्यु हो गई वहां आने वाले रिश्तेदारों में गांव वाले लोगों तथा महिलाओं को वहां तक पहुंचने में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। अन्य देहात के गांवो से आए रिश्तेदारों का कहना था कि यहां से बेहतर देहात के गांव के रास्ते हैं। हरौला तो मात्र कहने लायक ही शहरी गांव में है। यहां जितनी दुर्दशा गांव के लोग झेल रहे हैं, शायद ही किसी गांव के लोग झेल रहे हो और यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है। Noida News
इस संबंध में स्वयं सीईओ से गांव वालों का एक प्रतिनिधिमंडल मिल चुका है। इस संबंध में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी विजय रावल से बात की जाती है तो उनका जवाब होता है कि उक्त मामले को लेकर टेंडर हो चुका है। लेकिन अभी तक कार्य नहीं हो पाया है, वह हर बार गांव वालों को आश्वासन दिलाते हैं, कि जल्द समाधान होगा लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है, जिससे गांव वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गांव वालों का आरोप है कि यह है असली नोएडा प्राधिकरण का चेहरा।
यह भी पढ़ें:– हरियाणा निवासी प्रमाण पत्र पर अब नप नहीं लेगी प्रॉपर्टी टैक्स