जयपुर। प्रदेश में राससेस सोसायटी के अधीन खोले गए राजकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य पद पर कॉलेज शिक्षा में कार्यरत आचार्य को प्रतिनियुक्ति पर लगाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए आवश्यक स्वीकृति प्रदान की है। स्वीकृति के अनुसार, निर्धारित योग्यता पूर्ण करने पर कॉलेज शिक्षा के आचार्य को राजसेस सोसायटी के अधीन स्वीकृत प्राचार्य पद पर प्रतिनियुक्ति पर लिया जा सकेगा। वांछित योग्यता रखने वाले आचार्य को प्राथमिकता के आधार पर तीन जिलों में नियुक्ति का विकल्प प्रार्थना पत्र के माध्यम से देना होगा। प्रतिनियुक्ति के माध्यम से नियुक्त आचार्य को निर्धारित 2000 रुपये विशेष भत्ता राशि दिये जाने की स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
गहलोत की इस स्वीकृति से राजसेस सोसायटी के अधीन संचालित किये जाने वाले राजकीय महाविद्यालयों में अकादमिक कार्यों का सुचारु रूप से सम्पादन हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि राजसेस सोसायटी के अधीन 294 राजकीय महाविद्यालय खोलकर उनमें प्रत्येक में प्राचार्य का एक पद स्वीकृत किया गया है।