मान सरकार ने 2950 गाँवों में गंदे पानी के प्रबंधन के लिए 140 करोड़ किए जारी
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) (ग्रामीण) के अंतर्गत जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग को तरल अवशेष के प्रबंधन, खास तौर पर छप्पड़ों में जा रहे गंदे पानी के प्रबंधन के लिए कुल 140.25 करोड़ रुपए जारी किए हैं। (Chandigarh News)
यह राशि पंजाब के 2950 गाँवों के लिए व्यय की जाएगी| (Chandigarh News)
जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने शुक्रवार को बताया कि गाँवों में गंदे पानी के प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 140.25 करोड़ रुपए जारी किए हैं जिससे गंदे पानी की निकासी और तरल अवशेष को प्रभावशाली तरीके के साथ संभाला जा सके। उन्होंने बताया कि इस राशि से सभी 23 जिलों के 2950 गाँवों को कवर किया जा रहा है जिससे गाँवों में साफ-सफाई और गंदे पानी का सार्थक तरीके से प्रबंधन किया जा सके।
उन्होंने बताया कि अमृतसर जिले के 288 गाँवों को 11.84 करोड़ रुपए, बरनाला के 89 गाँवों को 8.66 करोड़ रुपए, बठिंडा के 226 गाँवों को 10.50 करोड़ रुपए, फरीदकोट के 35 गाँवों को 5. 28 करोड़ रुपए और फतेहगढ़ साहिब के 42 गाँवों को 1.27 करोड़ रुपए की राशि तरल अवशेष के प्रबंधन के लिए दी गई है। इसी तरह फाजिल्का के 57 गाँवों को 6.49 करोड़ रुपए, फिरोजपुर के 44 गाँवों को 1.22 करोड़ रुपए, गुरदासपुर के 604 गाँवों को 10.32 करोड़ रुपए, होशियारपुर के 89 गाँवों को 2.83 करोड़ रुपए, जालंधर के 107 गाँवों को 3.80 करोड़ रुपए, कपूरथला के 73 गाँवों को
1.58 करोड़ रुपए और लुधियाना के 196 गाँवों को 8.63 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। (Chandigarh News)
उन्होंने बताया कि उधर मालेरकोटला के 78 गाँवों को 3.12 करोड़ रुपए, मानसा के 126 गाँवों को 9.97 करोड़ रुपए, मोगा के 99 गाँवों को 12.11 करोड़ रुपए, मोहाली के 71 गाँवों को 2.20 करोड़ रुपए, मुक्तसर के 40 गाँवों को 8.84 करोड़ रुपए, नवांशहर के 44 गाँवों को 75.63 लाख रुपए, पठानकोट के 75 गाँवों को 2.38 करोड़ रुपए, पटियाला के 149 गाँवों को 4.44 करोड़ रुपए, रोपड़ के 81 गाँवों को 1.63 करोड़ रुपए, संगरुर के 139 गाँवों को करीब 9.59 करोड़ रुपए और तरन तारन के 215 गाँवों को 12.71 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार गाँवों के सर्वांगीण विकास के लिए भरपूर कोशिशें कर रही है और साफ पीने योग्य पानी की सप्लाई के साथ-साथ तरल और ठोस अवशेष के प्रबंधन की तरफ खास ध्यान दे रही है जिससे राज्य के गाँवों को आदर्श गाँव बनाया जा सके।
यह भी पढ़ें:– अनियंत्रित होकर कार नहर में गिरी, नहीं मिला कार चालक या कोई सवार