भारतीय मुद्रा: नया अपडेट! जेब में रखा 500 का नोट हो सकता है नकली, नकली नोटों की पहचान के लिए फइक ने दिया नया तरीका
नई दिल्ली। 500 Rupee Note Update नोटबंदी के पीछे सरकार की मंशा नकली नोटों को बाजार से खत्म करने की थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम को चुनौती देने वाली सभी 58 याचिकाओं को खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को बरकरार रखा है। Indian Currency
कोर्ट ने क्या कहा? Indian Currency
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि नोटबंदी से पहले केंद्र और आरबीआई के बीच मशविरा हुआ था। हम मानते हैं कि विमुद्रीकरण आनुपातिकता के सिद्धांत से प्रभावित नहीं था। यानी सरकार ने यह फैसला अपनी ताकत दिखाने के लिए नहीं, बल्कि विचार-विमर्श के बाद लिया। 500 Rupee Note Update
न्यायमूर्ति अब्दुल नजीर की अध्यक्षता वाली 5-न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने सरकार और याचिकाकर्ताओं की पांच दिनों तक दलीलें सुनने के बाद 7 दिसंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को अचानक देश में नोटबंदी कर दी थी। इसके तहत 1000 और 500 रुपए के नोट चलन से बाहर कर दिए गए। इस फैसले के बाद पूरे देश को नोट बदलने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगानी पड़ीं।
ये हैं नकली नोटों की पहचान के तरीके | 500 Rupee Note Update
जिस मकसद से सरकार ने नोटबंदी की। उसमें उन्हें पूरी सफलता नहीं मिली। नकली नोट अभी भी बाजार में चल रहे हैं। ऐसे में उन्हें एक आम नागरिक के तौर पर पहचानना बेहद जरूरी हो जाता है। रिजर्व बैंक ने 500 के नए नोट को मान्यता देने के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं।
बता दें, कुछ दिन पहले एक मैसेज में दावा किया जा रहा था कि 500 रुपये का नोट नकली है, जिसमें हरे रंग की पट्टी आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर के पास नहीं, बल्कि गांधीजी की तस्वीर के पास है। पीआईबी ने इसे फर्जी बताते हुए ट्वीट किया कि दोनों तरह के नोट वैध हैं। महात्मा गांधी की तस्वीर वाले बैंक नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं। नोट के पीछे की तरफ लाल किले की फोटो छपी होती है, जो देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है। एचटीई नोट का बेस कलर स्टोन ग्रे है। नोट में अन्य डिजाइन और ज्यामितीय पैटर्न भी हैं। 500 Rupee Note Update