Punjab Weather Report गुरूवार 1 जून, ज्येष्ट माह का सबसे गर्म दिन काली घटाओं और तेज हवाओं के चलते ठंडा रहा। हरियाणा, पंजाब समेत उत्तर भारत में लगातार कई दिनों से हो रही हल्की बरसात और तेज हवाओं के कारण जून माह का पहला ही दिन राहत भरा रहा, जहां तेज धूप और लू के थपेड़े लोगों को परेशान करते हैं वहीं गुरूवार को सरसा में उमड़ी काली-काली घटाओं और तेज हवाओं ने मौसम में ठंडक बरकरार रखी। कहा जाता है कि ज्येष्ट माह का यह दिन सबसे गर्म रहता है लेकिन इसके उलट आसमान काली घटाओं से ढका नजर आया। मौसम के इस मिजाज के कारण शहर के न्यूनतम तापमान में कमी महसूस की गई। Punjab Weather Report
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरसा में अल सुबह तेज हवाओं के साथ तेज बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह उठकर जब देखा गया तो गलियों में जगह-जगह पानी भरा पाया गया। मौसम में ठंडक महसूस की गई। सरसा में दोपहर के समय भी आसमान में काली घटाएं छाने और तेज हवाएं चलने से मौसम सुहावना नजर आया जिससे तापमान सामान्य से नीचे आ गया।
किसान कर सकेंगे बिजाई,पर 4 दिनों तक करना होगा इंतजार | Punjab Weather Report
मॉनसून पूर्व मानसून से पहले पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हो रही बारिश का जहां आमजन को लाभ मिल रहा है। वही किसानों को भी इस बारिश का खूब फायदा मिलेगा। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग किसानों की मानें तो उनके लिए यह बारिश सोने से कम नहीं है। यदि इन दिनों में अच्छी बारिश हो जाती है तो किसानों का बुआरा समय से हो सकता है। ऐसे ही मौसम की मार झेल रहे किसान खजान सिंह, दिलबाग ,ओम प्रकाश व सज्जन सिंह ने बताया कि इस बारिश के बाद वे अपने खेतों में बाजरा जवार ग्वार मूंग,मोठ ब तिल विजाई कर सकते हैं। लेकिन बिजाई के कुछ दिन बाद तक बारिश ने आए तो विशेष रूप से फायदा मिलेगा। दूसरी तरफ पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से हो रही बारिश से आमजन को संपूर्ण उत्तर भारत में गर्मी से भी राहत मिल रही है इन दिनों 10 से 12 डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है।
बारिश के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की बनी किल्लत | Punjab Weather Report
हालांकि बारिश से पहले बीते दिन आए तूफान से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल है। लेकिन इस बात का भी ग्रामीणों को मलाल कम है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली तो कभी ना कभी आ ही जाएगी। लेकिन बारिश का आना बहुत जरूरी था। दूसरी तरफ भारत मौसम विभाग में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वर्तमान में जो बारिश हो रही है यह प्री मानसून नहीं कही जा सकती ,क्योंकि यह बारिश सिर्फ वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से हो रही है। इसके बाद जो बारिश होगी उसे प्री मानसून बारिश कहा जाएगा।
मौसम रहेगा परिवर्तनशील बारिश का दौर रहेगा जारी | Punjab Weather Report
कृषि मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर मदन लाल खीचड़ ने बताया कि एक जून के बाद भी इसी तरह मौसम बदला-बदला रहेगा। बीच-बीच में तेज हवा व चमक के साथ बारिश का दौर चलता रहेगा। तुरंत उत्तर पश्चिम हरियाणा साथ लगते राजस्थान ,एनसीआर व उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है कहीं-कहीं पर हवा के साथ तेज बारिश का रुख भी देखने को मिलेगा। लेकिन दक्षिण भारत में अभी गर्मी का असली रूप देखने को मिलेगा क्योंकि वह तेज धूप के साथ हवा में आद्रता बनी हुई है जिसकी वजह से पसीने कम नहीं हो पा रहे हैं। जैसे ही 4 जून के बाद केरल में मानसून का प्रवेश होगा तो संपूर्ण दक्षिण भारत में सबसे पहले बारिश होगी। छापरी मानसून की बजाए सीधे ही दक्षिण पश्चिम मानसून की बरसात होगी।