बड़वानी (एजेंसी)। मध्यप्रदेश के बड़वानी वन मंडल के ग्राम पिपलूद स्थित एक खेत में तीन वर्षीय मादा तेंदुआ (Leopard) पिंजरे में कैद हुई है। किसान की सूचना पर वन विभाग ने केले के खेत मे पिंजरा लगया था। बड़वानी के वनमण्डलाधिकारी एस एल भार्गव ने बताया कि 3 दिन पूर्व किसान जगदीश यादव और कल शाम लोकसभा सांसद गजेन्द्रसिंह पटेल ने सूचित किया था कि ग्राम पिपलूद में एक तेंदुआ खेतों में दिखाई दे रहा है’ इस पर अधिकारियों और वन अमले ने ग्राम पिपलूद का दौरा किया था।
क्या है मामला | Leopard
उन्होंने बताया कि किसान के गन्ने के खेत में 2 दिन पूर्व छोटा पिंजरा लगाया गया था किंतु तेंदुआ उसमें कैद नहीं हो सका। इसके बाद वन अमले ने कल शाम 5:00 बजे एक बड़ा पिंजरा लगाया और इसके अंदर बकरी का शिकार रखा गया। पिंजरा लगाने के बाद लोगोे को समझाइश भी दी गई कि सतर्क रहे। आसपास के ग्रामीणों को सचेत भी किया कि वे खेत व आसपास में ना घूमे। उसके बाद खेत के आसपास वनविभाग की टीम की ड्यूटी भी लगाई गयी। इसी दौरान टीम को रात पता चला कि करीब 11.30 बजे तेंदुआ पिंजरे में आ गया है। जिसकी सूचना पर वे टीम सहित में मौके पर पहुंचे व तेंदुआ लेकर वन विभाग की टीम बड़वानी वन मंडल आ गयी।
उन्होंने बताया कि रात में ही तेंदुए (Leopard) का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। लगभग 3 वर्ष की मादा तेंदुआ स्वस्थ हालत में पायी गयी जिसे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पाटी विकासखंड के सघन जंगल में छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिस ट्रैक्टर-ट्रॉली में तेंदुए को रखा गया था रात में उसकी हेड लाइट बंद हो गई, किंतु आसपास चल रही वन विभाग की गाड़ियों की मदद से इसे सफलतापूर्वक गंतव्य तक पहुंचा कर तेंदुए को छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में काफी संख्या में तेंदुए हैं, और पानी पीने व शिकार के चलते नर्मदा नदी के आसपास विचरण करते हैं।