बढ़ती गर्मी-सर्दी से बचाव के लिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है
फाजिल्का (रजनीश रवि)। लगातार बढ़ रहे तापमान और गर्म शुष्क हवाओं के कारण पूरा उत्तर भारत गर्मी की मार झेल रहा है, जो अगले कुछ दिनों तक बना रह सकता है। सिविल सर्जन (civil surgeon) डॉ. सतीश गोयल ने कहा कि लू से बचाव (Heat Stroke) के लिए तरल पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, नींबू आदि का अधिक सेवन करना चाहिए, ऐसे समय में कोल्ड ड्रिंक बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। गर्मी और सर्दी से बचाव के लिए लोगों को अधिक जागरूक होने की जरूरत है।
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सिविल सर्जन (civil surgeon) ने कहा कि तेज धूप से बचने के लिए दोपहर में कम से कम घर से निकलना चाहिए। यदि दोपहर के समय किसी काम से बाहर जाना पड़े तो किसी ठंडी जगह जैसे किसी पेड़ के नीचे कुछ देर बैठने की कोशिश करें। गर्मी के दिनों में हमेशा हल्के रंग के कपड़े पहनें। उन्होंने कहा कि बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को लू लगने का खतरा अधिक होता है, इसलिए गर्मी के दिनों में बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में शरीर और पित्त, चक्कर आना, अत्यधिक पसीना और थकान, सिरदर्द और उल्टी, लाल और सूखी त्वचा और कभी-कभी गर्मी के कारण मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं, जिससे व्यक्ति थोड़ा सा काम करने के बाद भी काफी थकान महसूस करता है। गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप में काम करने वाले लोग कई बार हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाते हैं, जो जानलेवा हो सकता है, इसलिए चिलचिलाती धूप में चलने से बचें।