मंगलवार से हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर में मिलेगी राहत
हिसार (संदीप सिंहमार)। जम्मू-कश्मीर व हिमाचल को छोड़कर संपूर्ण उत्तर भारत (North India) इन दिनों लू के थपेड़ों की चपेट में है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश पर मध्य भारत में पारा 40 से पार ही ठहरा हुआ है। बढ़ते अधिकतम तापमान की वजह से लू के सितम से आमजन ही नहीं बल्कि पशु पक्षी भी परेशान है। सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान, दक्षिणी हरियाणा दक्षिण उत्तर प्रदेश व गंगीय पश्चिम बंगाल में भी लू चलेंगी। इन सभी जगहों पर पारा 1 से 2 डिग्री तक बढ़ सकता है।
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भारत मौसम विभाग के अनुसार इसके तुरंत बाद 23 मई को मौसम अचानक परिवर्तनशील होगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण राजस्थान (Rajasthan) के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी। वहीं 24 से 27 तक दिल्ली एनसीआर में तेज बारिश की भी संभावना है। जिसका असर साथ लगते हरियाणा व राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। इसके साथ साथ उत्तर पश्चिमी राज्यों असम और मेघालय में अगले 3 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी।
इसके अलावा नागालैंड (Nagaland) मणिपुर मिजोरम और त्रिपुरा में 24 या 25 को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी भारत के हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी। गंगीय पश्चिम बंगाल में तो 23 व 24 को 50 से 60 किलोमीटर की गति से हवा के साथ बारिश की संभावना है। वहीं जम्मू-कश्मीर व हिमाचल में भी 23 को बारिश होगी।
28 मई तक रहेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर | (Weather Update)
पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में 22 मई से मौसम में एक बार फिर से बदलाव आने तथा पश्चिमीविक्षोभ की सक्रियता बढ़ने से 23 मई रात्रि व 24 मई को राज्य के उत्तर-पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में गरज-चमक तथा हवायों के साथ हल्की बारिश की संभावना है परंतु 25 मई से एक ओर पश्चिमीविक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। जिससे 26 मई से 28 मई को भी राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच-बीच में बादलवाई तथा हवायों व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
डॉ मदन खीचड़, विभागाध्यक्ष
कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार।