चीकू सुधर गया

Monkey
पेड़ पर मस्ती करता चीकू बंदर

चीकू Monkey एक जंगल में अपनी मां के साथ एक वृक्ष पर रहता था। वह बहुत चंचल और नटखट था। उसकी शैतानियों से कई बार मां परेशान हो जाती। तब वह प्यार से उसे समझाती, लेकिन चीकू अनसुनी कर देता। मां अक्सर सोचती कि कैसे वह चीकू को समझाए। जिससे वह अपनी जिम्मेदारियों को समझे। जंगल के जिस पेड़ पर चीकू और उसकी मां रहते थे, वहां आसपास बारिश के बाद कई नए-नए छोटे पौधे उगने लगे थे। मां बहुत खुश थीं कि जंगल और समृद्ध हो जाएगा। एक दिन की बात है, मां फल-फूल इकट्ठे करने गई थी। चीकू वहीं पेड़ों के आसपास था। तभी उसने नीचे बहुत सारे छोटे-छोटे पौधे देखे, वह फटाफट नीचे आया, उसने हाथों से एक पौधे को छुआ और उसे खींचा। जड़ कमजोर होने के कारण वह छोटा पौधा बाहर आ गया। उसको बड़ा मजा आया। अब वह फटाफट छोटे-छोटे पौधों को उखाड़कर फेंकने लगा।

कुछ समय बाद मां के आने की आहट पाकर वह तुरंत पेड़ पर चढ़ गया। मां ने Monkey चीकू को फल खिलाए। तभी मां का ध्यान नीचे नहीं गया, पर दूसरे दिन जब मां फिर से खाना इकट्ठा करने जाने लगी तो उसने देखा कि नीचे के छोटे-छोटे कई पौधे गायब हैं। मां ने चीकू से पूछा तो साफ झूठ बोल गया कि मुझे कुछ नहीं पता मां मैं तो पेड़ पर ही था। मां चली गई। चीकू फिर फटाफट नीचे आया और कई छोटे-छोटे पौधे उसने फिर उखाड़ दिए। आज वापिस आने पर मां का ध्यान सबसे पहले नीचे पौधों पर ही गया। मां समझ गई यह काम चीकू का ही है। मां ने चीकू को पास बुलाया, प्यार से उसे फल खिलाए और पूछा-क्या तुम जानते हो बेटा, यह फल कहां से आते हैं? हां मां पेड़ों से, चीकू ने तुरंत उत्तर दिया। तुम रहते कहां हो? जंगल में पेड़ों पर, चीकू ने फिर कहा ।

हां अच्छा मुझे सोचकर बताना कि अगर ये पेड़ ये जंगल ना हों तो हम कहां रहेंगे? Monkey चीकू सोच में पड़ गया कि अगर पेड़-जंगल ना हों तो हम बहुत परेशान होंगे। इंसानों के बीच तो हमें डर लगता है, हम खाएंगे क्या? चीकू घबरा गया। वह बोला-मां जंगल ना होने पर हमारे लिए जीना मुश्किल हो जाएगा, तब मां ने कहा, तो फिर बताओ कि तुम क्यों छोटे पौधे उखाड़ रहे हो? यही कल बड़े होकर वृक्ष बनेंगे और हमारे जंगल सुरक्षित रहेंगे, तभी हम सब सुरक्षित रहेंगे। उसने कहा- मुझे माफ कर दो मां, अब मैं कभी ऐसा गलत काम नहीं करूंगा, बल्कि मैं पेड़ों को बड़ा होने में सहायता करूंगा। मां ने प्यार से चीकू के सिर पर हाथ फेरा और वह मां की गोद में दुबक गया। उसने निश्चय किया कि वह मां की सभी बातें मानेगा और अच्छा बनेगा।