अगले 2-3 दिन तेज आंधी-बारिश का अलर्ट
जयपुर। उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से (Rajasthan Weather) बदला-बदला सा नजर आया। देर रात्रि प्रदेश के कई शहरों में 70 किमी. प्रति घंटे की गति से जोरदार आंधी चलने से कई स्थानों पर पेड़ टूटकर गिर पड़े। कई स्थानों पर हल्की बारिश भी होने का समाचार है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान (Rajasthan Weather) राज्य के जयपुर, जोधपुर, चूरू, अलवर, टोंक सहित कई शहरों में बारिश होने से गर्मी से लोगों को राहत मिली जिससे मौसम सुहावना बनता नजर आया। प्रदेश में सोमवार सुबह से ही हल्के बादल छाए रहे। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में दो-तीन दिन ऐसे ही मौसम सुहावना बने रहने की संभावना जताई जा रही है।
जयपुर में तेज आंधी और बरसात से एक कच्चा स्ट्रक्चर गिर गया जिससे एक आठ साल की बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में बच्ची के परिवार लोग घायल हो गए हैं। जयपुर में सोमवार को आई तेज आंधी से कई स्थानों पर पेड़ गिरने की सूचना भी मिली हैं। पेड़ गिरने की वजह से कई स्थानों पर सड़कों पर जाम लग गया और कई क्षेत्रों में तेज आंधी से तारें टूट गई जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चली गई।
मौसम ने अचानक ली करवट | Rajasthan Weather
राजस्थान के कई जिलों में रविवार पूरा दिन लोगों को सूर्य की अग्नि परीक्षा से होकर गुजरना पड़ा। झुलसाने वाली गर्मी में जोधपुर का अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन में इतनी भयंकर गर्मी पड़ रही थी जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया था लेकिन सायं होते ही मौसम ने अचानक करवट ली और देखते ही देखते तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि जोधपुर में 70 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चली, बरसात के साथ ओले गिरे। करीब यह सिलसिला आधे घंटे तक चलता रहा जिससे कई जगह पेड़ पौधे, बिजली के खंबे और कई जगह तारें टूट गई। इससे लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में कई स्थानों पर 18 मई तक आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। जानकारी के अनुसार अजमेर में खराब मौसम के कारण एक घर पर बिजली गिर गई जिससे मकान की छत टूट गई। इतना ही नहीं वहां बिजली के बोर्ड, कूलर, टीवी, फ्रिज भी बिजली खराब होने से खराब हो गए। कई स्थानों पर कई मकानों में दरारें आ गई। मौसम विभाग ने अजमेर में ओलावृष्टि की संभावना जताई है। विभाग की मानें तो ऐसे मौसम में वातावरण में नमी का लेबल कम होने के कारण हवा सूखी और तेज चलती है। अप्रैल-मई में जो डिस्टर्बेंस आते हैं उनमें नमी बहुत कम होती है जिसके कारण बादल तो बनते हैं लेकिन बारिश की उम्मीद बहुत कम होती है। ऐसे मौसम में सिर्फ आंधी ही चलती है।