फसलों के नुकसान को लेकर इन गायोें को कैद किया हुआ था
- अब तक कइयों गायों की हो चुकी है मौत
भटिंडा/संगत मंडी (मनजीत)। जिला भटिंडा के संगत मंडी के गांव बीड़ तालाब में बेहद हैरानीजनक मामला उजागर हुआ है। डियर पार्क के सामने 600 गायों को फसलों की सुरक्षा के लिए कैद किया हुआ था। कई गायें भूख से तड़प-तड़प कर मर चुकी हैं। कई गायें वृक्षों के छिलके खाने को मजबूर थी। सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है इतनी बड़ी घटना की किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को कोई जानकारी नहीं, लेकिन कुलबीर नरूआणा ने बहादुरी दिखाते हुए इस दर्दनाक घटना का खुलासा किया। उन्होंने भटिंडा के सांसदीय सचिव और विधायक स्वरूप चंद सिंगला से बात कर गऊयों को गौशाला में छोड़ने का प्रबंध किया।
सिंगला का धन्यवाद किया
कुलवीर नरूआणा ने दशमेश क्लब और बाबा रत्न दास स्पोर्टस क्लब के वलंटियरों के सहयोग से गऊयों को पिछले दो दिनों से ट्रकों में भरकर भटिंडा की गऊशालों में छोड़कर उनकी जान बचाई। इस संबंधी कुलवीर नरूआना ने विधायक स्वरूप चंद सिंगला का धन्यवाद किया कि उन्होंने भूख से मर रही गऊयों को गौशाला में छोड़ने के लिए उनकी मदद की। नरूआणा ने कहा कि बेशक दर्जनों की तादात में गऊ रक्षक दल बने हुए हैं लेकिन गऊयों की किसी ने भी रक्षा नहीं की। ग्रामीणों ने इस नेक कार्य के लिए कुलवीर नरूआना और क्लब के वालंटियरों का धन्यवाद किया। इस मौके गुरचरन ढिल्लों, क्लब प्रधान गुरप्रीत ढिल्लों, भट्टी सराय, राज कुमार, चरनी ढिल्लों, चमकौर सराय, सुखकरन काला, जसप्रीत गोला, मनजीत अकाली, अमना छोटा, पौधा ढिल्लों, रणजीत गिल, भूपेन्द्र भिन्दा व गुरप्रीत सिंह मौजूद थे। चारे के अभाव में पेड़ों के छिलके से पेट भरने को मजबूर थी