1 लाख 60 हजार रूपये की जाली करंसी सहित एक युवक गिरफ्तार

Fake Currency

अपने घर में ही तैयार कर रहा था जाली नोट, नोट बनाने का सामान भी बरामद

  • मोटरसाईकिल पर 50 हजार रूपये की जाली करंसी ले जाते समय किया गिरफ्तार

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर) पटियाला पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर उससे 1 लाख 60 हजार रूपये की जाली करंसी बरामद (Fake Currency) की है। बड़ी बात यह रही कि यह व्यक्ति अपने घर में ही करंसी तैयार करता था व इसके घर से जाली करंसी तैयार करने वाला सामान भी बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है। जानकारी के अनुसार जिला पुलिस प्रमुख वरूण शर्मा ने बताया कि इंस्पैक्टर हरजिन्द्र सिंह ढिल्लों प्रमुख अधिकारी थाना जुलकां के नेतृत्व में एसआई लवदीप सिंह इंचार्ज चौकी रोहड़ जगीर की पुलिस पार्टी को मुखबर की सूचना मिली कि राजेश कुमार निवासी विकास नगर पटियाला हाल निवासी दर्शन सिंह नगर थाना अनाज मंडी पटियाला जो कि अपने मोटरसाईकिल पर सवार होकर जाली भारतीय करंसी नोट लेकर दुद्धन साधां की तरफ किसी को देने जा रहा था और उसे गिरफ्तार कर उससे 100 जाली करंसी 500/500 रुपए के नोट 50 हजार रुपए बरामद किए।

उन्होंने बताया कि आरोपी से जब गहनता से पूछताछ की गई तो उसने माना कि किराये के मकान के एक कमरे में जाली करंसी तैयार करने का सैटअप लगाया हुआ है, (Fake Currency) जहां वह विभिन्न मशीनों से जाली करंसी तैयार करता है, जिसके तहत पुलिस पार्टी ने उसके घर से एक अल्ट्रावायलट ब्लोर बैल्ट मशीन, जिससे यह करंसी सुखाता था, एक कम्प्यूटर सैट सहित 4 क्लर्ड प्रिंटर स्कैनर, एक कलर प्रिंटर, एक जुगाड़ टेबल जिस पर कलैंप फिट किए हुए थे, जिसे यह नोट छापने व काटने में इस्तेमाल करता है। इसके अलावा हरे रंग की चमकीली पट्टियां, जिनको यह नोट में हरी पट्टी लगाने के लिए इस्तेमाल करता है।

तीन लकड़ी के सांचे, जिनको यह करंसी पर महात्मा गांधी की फोटो, आरबीआई लिखने के लिए इस्तेमाल करता है, एक पैस, एक ड्रायर, करंसी छापते समय ई-वेस्ट पेपर 500 सफेद सीटें, जिनको प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल करता है सहित अन्य वस्तुए बरामद हुई हैं। इसके साथ ही घर से 1 लाख 10 हजार रूपये की जाली भारतीय करंसी भी बरामद हुई है। इस मौके मोहम्मद सरफराज आलम एसपी सिटी, गुरदेव सिंह धालीवाल डीएसपी देहाती भी मौजूद थे।

फर्जी वैब सीरीज देखकर हुआ प्रभावित

एसएसपी ने बताया कि 5वीं कक्षा पास आरोपी ने माना कि उसने फर्जी नाम की एक वैब सीरीज देखी व उससे प्रभावित होकर जाली करंसी को सही दिशा देने के लिए विभिन्न तर्जुबे करने लगा। उक्त आरोपी असली की तरह ही जाली नोट छापता था। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है कि उसने जाली नोट कहां-कहां चलाए हैं।