आज के समय मेंं पत्रकारिता चिंता का नहीं, चिंतन का विषय : डॉ. सहगल
अबोहर। (सच कहूँ/सुधीर अरोड़ा) जर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से बुधवार को सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूल के कैरियर गाइडेंस सेल के सहयोग से (World Press Freedom Day) वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम-डे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर वरिष्ठ सेवानिवृत्त अध्यापक राकेश सहगल ने शिरकत की, जबकि वरिष्ठ पत्रकार राजसदोष, प्रवीण कथूरिया, डॉ. साहिल मित्तल, देवेंद्रपाल, सुनील भारद्वाज सहित अन्यों ने विशेष तौर पर शिरकत की।
यह भी पढ़ें:– ईंट-भट्ठा मजदूरों की समस्याओं को लेकर एसडीएम से मिला शिष्टमंडल
संस्था के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह खालसा की ओर से सहगल व अन्यों का स्वागत किया। प्रिंसिपल सुनीता बुलंदी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों व स्टाफ सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उपस्थिति को संबोधित करते हुए इलेक्ट्रोनिक व प्रिंट मीडिया से जुड़े पत्रकारों की ओर से पत्रकारिता के महत्व व इस दिवस की बधाई दी। उपस्थिति को संबोधित करते हुए डॉ. राकेश सहगल ने कहा कि आज के समय मेंं पत्रकारिता की जो स्थिति है, वह चिंता का विषय नहीं, बल्कि चिंतन का विषय है। आज समस्या ये है कि पत्रकार अपनी बात भी खुलकर नहीं रख पा रहे है। अगर वह बात खुलकर रखते हैं, तो उनके लिए परेशानी खड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि आज की जिंदगी मेंं कभी कमजोर मत पड़ों और खुद को कभी टूटने न दो। अगर टूटो, तो फिर जुड़ो और आगे बढ़ों।
कार्यक्रम के प्रोजेक्ट चेयरमैन जतिन धवन थे। (World Press Freedom Day) इस अवसर पर रमेश कथूरिया, राजिंदर सोनी समीर सचदेवा, चिंटू गर्ग, धर्मेन्द्र कुमार, दीपक महता, गौरव नागपाल, राघव नागपाल, प्रवीण जुनेजा काका, संदीप सोखल के अलावा स्कूल अध्यापक भी उपस्थित थे।