लंबी से गंगा के बीच बिना ट्रांसफार्मर हटाए बना दी सड़क
- छह माह बाद भी सड़क के बीचों-बीच लगे हैं चार ट्रांसफार्मर, हटाना भूला विभाग
सच कहूँ/अनिल गोरीवाला। उप-तहसील के गांव लंबी से गंगा तक पांच किलोमीटर लंबाई की लिंक रोड का निर्माण करीब छह माह पूर्व पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग द्वारा किया गया। हैरानी की बात तो यह है कि (Sirsa News) सड़क का निर्माण तो हो गया, लेकिन सड़क के बीचों-बीच आज भी बिजली के ट्रांसफार्मर खड़े हुए है। इसके अलावा जहां ट्रांसफार्मर खड़े है वहां भी सड़क का निर्माण भी अधूरा पड़ा है। करीब पांच किलोमीटर तक बनी सड़क के मध्य में चार ट्रांसफार्मर इस कदर खड़े है कि इनके फ्यूज, स्टार्टर और हैंडल तीन फुट की गहराई में है। जबकि ट्रांसफार्मर की तारें सड़क पर बिछी हुई हैं। जिस पर प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है। विभाग की लापरवाही के चलते किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग का कहना है कि उन्होंने ट्रांसफार्मर हटाने के लिए बिजली विभाग को छह महीने पूर्व ही लिखित में अवगत करवाया था और साथ में ट्रांसफार्मर हटाने के लिए विभाग को राशि भी जारी कर दी गई थी। उधर बिजली निगम के अधिकारी बोल रहे है कि यदि उनके पास पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग (Sirsa News) ने ट्रांसफार्मर हटाने के लिए लिखित में दिया है तो विभागीय प्रक्रिया पूरी करके ट्रांसफॉर्मर हटा दिए जाएंगे। मगर दिलचस्प पहलू तो यह है कि क्या छह महीने तक अभी ट्रांसफार्मर हटाने की प्रक्रिया ही पूरी नहीं हुई है। दोनों विभागों की लापरवाही यहां से गुजरने वाले लोगों पर किसी भी समय भारी पड़ सकती है। यदि बिजली मंत्री और उपमुख्यमंत्री के गृह जिले में यह हाल है तो अन्य जिलों की स्थिति क्या होगी, इसका स्वाभाविक ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
सड़क को छू रही हैं ट्रांसफार्मर की तारें
छह माह बीत जाने के बावजूद अभी तक ठेकेदार, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर व बिजली विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया गया। किसानों के ट्रांसफार्मर सड़क में दब जाने से काफी मुश्किलें आड़े आ रही है। (Sirsa News) ट्रांसफार्मरों की तारें भी सड़क के बिल्कुल बीचों-बीच गुजर रही हैं। जमीन पर खड़ा व्यक्ति भी अपने हाथ से तारों, स्टार्टर, फ्यूज को छू सकता है। लोगों का कहना है कि यदि इस लिंक रोड पर कोई बड़ा वाहन गुजार दिया जाए तो वह बिजली की तारों से अछूता नहीं रह सकता। वहीं सड़क के साथ लगते किसानों ने संबंधित दोनों विभागों के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि फसल सीजन में ट्राली को भरकर ले जाना यहां किसी खतरे से खाली नहीं है।
बिजली विभाग के एसडीओ रवि कंबोज ने बताया कि पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग ने यदि इन ट्रांसफार्मरों को हटाने के लिए लिखित में दिया गया है तो विभागीय प्रक्रिया को पूर्ण कर ट्रांसफार्मरों को हटा दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग के एक्सईएन कमलवीर राणा ने बताया कि बिजली विभाग को छह महीने पहले ट्रांसफार्मरों को हटाने के लिए लिखित में सूचना दी गई थी। साथ ही इसकी राशि भी जमा करवाई गई थी। जैसे ही बिजली विभाग इन ट्रांसफार्मरों को हटवा देता है तो शेष रहती सड़क का निर्माण करवा दिया जाएगा।
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