मच्छरों से बचाव व मलेरिया बुखार से बचाव के लिए लोगों को दी गई जानकारी
फाजिल्का (रजनीश रवि) फाजिल्का के ब्लॉक खुई खेड़ा में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। सिविल सर्जन फाजिल्का डॉ. सतीश गोयल के निर्देशानुसार व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी खुईखेड़ा डा. विकास गांधी के नेतृत्व में सीएचसी खुई खेड़ा में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया।
सीएचसी में आयोजित कार्यक्रम में एसएमओ डॉ. विकास गांधी, डॉ. गोरी शंकर, बीईई सुशील कुमार, स्वास्थ्य सुपरवाईजर लखविंदर सिंह, सुरिंदरजीत सिंह, कुलदीप सिंह, राजिंदर सुथार, रविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह सहित तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. गांधी ने कहा कि मलेरिया से बचने का सबसे कारगर हथियार इसके बारे में जागरूकता है। उन्होंने मलेरिया बुखार की पहचान के लक्षण और उसके उपचार के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मलेरिया का मच्छर ज्यादातर रात में काटता है और यह ठहरे हुए पानी और तालाबों आदि में पनपता है। इसके उत्पादन को रोकने के लिए हमें कहीं भी पानी जमा नहीं होने देना चाहिए और सीवेज के निस्तारण की उचित व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सभी स्टाफ़ को निर्देश दिया कि वे प्रतिदिन अपने क्षेत्र में जाकर अधिक से अधिक लोगों को मलेरिया बुखार के प्रति जागरूक करें। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इन दिनों घर-घर जाकर लोगों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित करते हैं।
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