36 घंटे से जयपुर-आगरा राजमार्ग जाम; आंदोलनकारियों ने सड़क पर टेंट में गुजारी रात
भरतपुर। (सच कहूँ न्यूज) राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन (Bharatpur News) ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है। आंदोलनकारियों ने भरतपुर में पिछले 36 घंटे से जयपुर-आगरा हाईवे जाम कर रखा है। इसी दौरान सड़क पर ही आंदोलनकारियों ने टेंट में रात बितायी। आंदोलन उस समय और तेज हो गया जब रविवार को बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे हाथों में लाठियां लेकर पहुंच गए।
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इस आंदोलन में विभिन्न जातियों जैसे माली, सैनी, कुशवाह, शाक्य, मौर्य और काछी समाज के लोगों ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर अरोदा और बेरी गांव के बीच हाईवे को बंद कर दिया। इसी के मद्देनजर संभागीय आयुक्त सांवर मल वर्मा ने नेटबंदी आज रात 12 बजे तक बढ़ा दी है।
जयपुर या आगरा से आने वाले वाहन बैन
रविवार दोपहर 1 बजे तक नेशनल हाईवे-21 पर अरोदा गांव के पास बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं, युवा और बुजुर्ग हाथों में लाठियां लेकर आंदोलन में मौजूद रहे। जयपुर या आगरा की ओर से आने वाले किसी भी वाहन को अरोदा गांव से नहीं निकलने दिया जा रहा है। वहीं जयपुर से आगरा की तरफ जाने वाले वाहनों को नगर-भरतपुर होते हुए निकाला जा रहा है। वहीं आगरा से जयपुर जाने वाले वाहनों को उच्चैन तिराहे और डेहरा मोड़ से डायवर्ट किया गया है।
नेटबंदी की समय सीमा बढ़ाई
आंदोलन को देखते हुए नेटबंदी रविवार रात 12 बजे तक के लिए बढ़ा दी गई है। नदबई, वैर और भुसावर में नेटबंदी होने के कारण विद्यार्थियों को काफी परेशानी हो रही है। स्टूडेंट्स की भीड़ ई-मित्रों पर लगी हुई है। इसके अलावा व्यापारी भी परेशान हैं। आॅनलाइन ट्रांजेक्शन बंद होने के कारण व्यापार भी ठप हो गया है। आंदोलनकारियों ने मोबाइल चार्ज करने की व्यवस्था हाईवे पर ही कर ली है। इसके लिए बाइक पर सोलर प्लेट लगाई है।
आसपास के गांवों से आ रहा खाना
हाईवे पर डटे आंदोलनकारियों ने नेशनल हाईवे पर धूप से बचने के लिए टेंट गाड़ रखा है। (Bharatpur News) शनिवार की रात लगभग 500 आंदोलनकारी टेंट में सड़क पर ही सोये। जिन प्रदर्शनकारियों के घर आसपास हैं वे भोजन करने घर जाते हैं और खाना खाकर लौट आते हैं।
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