चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। दो दिवसीय चंडीगढ़ डिजाइन फेस्टिवल (Chandigarh Design Festival) का समापन शनिवार को चंडीगढ़ सेक्टर-25 स्थित चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में हुआ, जिसमें डिजाइन इंडस्ट्री के कुछ प्रतिभाशाली लोग भारत और दुनिया में डिजाइन के भविष्य पर चर्चा करने के लिए एक साथ आए। चितकारा डिजाइन स्कूल के साथ शैक्षणिक साझेदारी में आयोजित उत्सव का दूसरा दिन, डिजाइन की शक्ति और कैसे यह हमारी दुनिया को इनोवेटिव तरीकों से आकार दे रहा है, का एक जीवंत प्रमाण है।
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डॉ. मधु चितकारा, प्रो-चांसलर, चितकारा यूनिवर्सिटी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह फेस्टिवल न केवल चंडीगढ़ बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए वैश्विक रास्ते खोलेगा। उन्होंने कहा कि ‘‘डिजाइन के सिद्धांत अब केवल वस्तुओं के एस्थेटिक्स या उनके कार्यात्मक उद्देश्यों तक ही सीमित नहीं हैं, यह हमारे समाज के भविष्य को आकार देने में एक प्रेरक शक्ति बन गया है।
डिजाइन के सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक साथ लाकर, हम एक सहयोगी वातावरण बना सकते हैं जो प्रयोग, इनोवेशन और रचनात्मकता को (Chandigarh Design Festival) प्रोत्साहित करता है।’’ वर्ल्ड डिजाइन आॅर्गनाइजेशन के प्रेसिडेंट डेविड कुसुमा ने ‘डिजाइनिंग ए न्यू एरा: इंडियाज इम्पैक्ट आॅन द ग्लोबल डिजाइन लैंडस्केप’ पर दिया मुख्य भाषण डिजाइन में नेतृत्व करने के लिए भारत की आवश्यकता पर जोर देता है और डिजाइन को सामाजिक बदलाव के एक उपकरण के रूप में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
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