श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। लाख प्रयास करने के बावजूद इस बार भी गंग कैनाल (Sriganganagar News) में वार्षिक रखरखाव तथा मरम्मत कार्य के लिए बंदी लेने के बाद पंजाब से फिर प्रदूषित पानी की आवक हुई है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश पाया जा रहा है। विगत 22 मार्च को पंजाब से गंग कैनाल में पानी की बंदी ली गई थी। यह बंदी 15 अप्रैल तक ली गई लेकिन पंजाब ने 12 अप्रैल को ही पानी छोड़ दिया। तब तक गंग कैनाल के राजस्थान वाले हिस्से में पूरी तरह से साफ सफाई तथा मरम्मत कार्य पूरे नहीं हुए थे। कोशिश करने पर पंजाब से पानी की मात्रा कुछ कम करवाई गई लेकिन अब कल शनिवार से निर्धारित हिस्से के मुताबिक गंग कैनाल में पंजाब से पानी छोड़ा गया है।
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यह पानी राजस्थान-पंजाब सीमा पर स्थित का हैड से जैसे ही आज शिवपुर हैड होते हुए साधुवाली तथा कालूवाला हैड पर पहुंचा तो इसका रंग देखकर लोग दंग रह गए। साधुवाली निवासी और अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के मुकेश गोदारा एडवोकेट ने बताया कि पानी बहुत ही प्रदूषित है। इसका रंग काला है। यह पानी केमिकल युक्त है जो कि पीने और सिंचाई के लिए उपयोगी नहीं है। इसी प्रकार की चिंता फल सब्जी उत्पादक किसान समिति के अमर सिंह बिश्नोई ने व्यक्त की है। ग्रामीण मजदूर किसान समिति (जीकेएस) के संयोजक रणजीत सिंह राजू ने भी आक्रोश जताते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को इसका गंभीर संज्ञान लेना चाहिए। (Sriganganagar News) पंजाब के नहरी महकमे के अधिकारियों से बात कर गंग कैनाल में प्रदूषित पानी की आवक को रोकने के प्रयास करने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि गंग कैनाल में बंदी के चलते श्रीगंगानगर जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की जल प्रदाय योजना में पानी की स्टोरेज लगभग खत्म हो गई है। बंदी की अवधि समाप्त होने के बाद आ रहे प्रदूषित पानी को स्टोरेज नहीं किया जा सकता क्योंकि यह पीने के लायक नहीं है।लिहाजा जब तक यह पानी आगे नहीं निकल जाता और पीछे से स्वच्छ पानी नहीं आता, तब तक पीने के पानी की तथा सिंचाई के लिए पानी की दिक्कत बनी रहेगी। ऐसा प कई वर्षों से हो रहा है। मरम्मत और रखरखाव के लिए बंदी लेने के बाद पंजाब से ऐसे ही गंदा और केमिकल वाला पानी आता है।
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